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सुत्तागमे
[भायारे
वा धम्मपियेत्ति वा एतप्पगारं भासं असावजं जाव अभिकंख भासेजा ॥ ७७८ ॥ से भिक्खू वा (२) णो एवं वएजा, णभोदेवेत्ति वा गजदेवेत्ति वा विजुदेवे त्ति वा पवुठ्ठदेवेत्ति वा निवुठ्ठदेवेत्ति वा पडउ वा वासं मा वा पडउ णिप्फजउ वा सस्सं मा वा णिप्फजउ विभाउ वा रयणी मा वा विभाउ उदेउ वा सूरिए मा वा उदेउ सो वा राया जयउ मा वा जयउ णो एतप्पगारं भासं भासिज्जा, पण्णवं ॥ ७७९ ॥ से भिक्खू वा (२) अंतलिक्खेत्ति वा गुज्झाणुचरिएत्ति वा संमुच्छिए वा णिवइए वा पओवएजा वा वुठूबलाहगेत्ति वा ॥७८०॥ एयं खलु तस्स भिक्खुस्स भिक्खुणीए वा सामग्गियं जं सव्वहिं समिए सहिए सया जएजासि त्ति बेमि ॥ ७८१ ॥ भासाज्झयणस्स पढमोद्देसो समत्तो॥ ___ से भिक्खू वा (२) जहा वेगइयाइं रूवाइं पासेज्जा तहावि ताई णो एवं वएज्जा, तंजहा-गंडी गंडीति वा, कुछी कुठ्ठीति वा, जाव महुमेहुणीति वा, हत्थछिन्नं हत्थछिन्नेत्ति वा, एवं पादणक्ककण्णउच्छिण्णेति वा । जे या वण्णे तहप्पगारा एयप्पगाराहिं भासाहिं वुइया वुझ्या कुप्पंति माणवा, तेयावि तहप्पगाराहिं भासाहिं अभिकंख णो भासेज्जा ॥ ७८२ ॥ से भिक्खू वा (२) जहा वेगइयाई रूवाइं पासिज्जा तहावि ताई एवं वएज्जा तंजहा-ओयंसी ओयंसीति वा, तेयंसी तेयंसी ति वा, वच्चंसी वच्चंसीति वा, जसंसी जसंसीति वा, अभिरूवं अभिरूवेति वा पडिरूवं पडिरूवेति वा, पासाइयं पासाइयंति वा दरिसणिज्जं दरिसणीएति वा, जेया वण्णे तहप्पगारा एयप्पगाराहिं भासाहिं वुइया वुझ्या णो कुप्पंति माणवा, तेयावि तहप्पगारा एयप्पगाराहिं भासाहिं अभिकंख भासिज्जा । तहप्पगारं भासं असावजं जाव भासेज्जा ॥ ७८३ ॥ से भिक्खू वा (२) जहा वेगइयाई रूवाइं पासेज्जा तंजहावप्पाणि वा जाव भवणगिहाणि वा, तहावि ताई णो एवं वएजा, तंजहा-सुकडे इ वा सुठुकडे इ वा साहुकडे इ वा कल्लाणे इ वा करणिज्जे इ वा एयप्पगार भास सावजं जाव णो भासेज्जा ॥ ७८४ ॥ से भिक्खू वा (२) जहा वेगइयाई त्वाइं पासेज्जा, तंजहा-वप्पाणि वा जाव भवणगिहाणि वा तहावि ताई एव वएज्जा, तंजहा-आरंभकडेइ वा सावज्जकडे इ वा पयत्तकडे इ वा पासाइय पासाइएत्ति वा दरिसणीयं दरिसणीएत्ति वा अभिरूवं अभिरूवेत्ति वा पडिरूवं पडिहवेत्ति वा एयप्पगारं भास असावजं जाव भासेजा ॥७८५ ॥ से भिक्खू वा (२) असगं वा (४) उवक्खडियं पेहाए तहाविहं तं णो एवं वएजा, तंजहा-सुकडेत्ति वा मुळूकडे इ वा साहुकडे इ वा कलाणे इ वा करणिजे इ वा एयप्पगारं भासं सावज जावणो भासेना ॥ ७८६ ॥ से भिक्खू वा (२) असणं वा (४) उवक्खडिय
त्वाई पासेजा, णो भासेज्जा ॥ ४ा कल्लाणे इ वा करण