Book Title: Surajprakas Part 02
Author(s): Sitaram Lalas
Publisher: Rajasthan Prachyavidya Pratishthan Jodhpur

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Page 428
________________ [ ४० ] छंदनाम दंग २२७ ७ प्रथम पंक्ति पृ० प्रकरण पब जावसी नह जुगां जाता २२६७ २२५ जीत दळ सझि हले राजा २२५ ७ २०५ जोवतां हिंदवणां जोप २२८ ७ २२४ थटे प्रायौ जत थंडे २२५७ २०८ थाट पति मेवाड़ थांण : २२६ ७ २११ दळां गहमह कीध डंबर २२७ ७ दावागर करतास दावा २२५ ७ द्रव्य रूप भराइ दीधौ २२७ ७ धरे तारक द्रब्य धारां नवल रंग उछाह नेहा २२६ ७ २२८ भगा पौरस मांण भागो २२५ ७ २०७ भडॉ मंत्रियां जूथ भारा २२८ ७ २२२ लड़े इम नागैर लीधौ २२६ ७ २१३ विछायत समियान वरिणयां २२८ ७ २२० विदरण पहल प्रयाफ वागा २२६ ७ २१२ सझे अचड़ा दळां सवायौ २२६ ७ २१४ सुणे रूपाँ दरौं सत्था २२६ ७ २१० सुणे वयणे इम सकाजा २२६ ७ . २२६ ऐसा गढ़ जोधारण और सहर का दरसाव १७० से १६१ तक ७ ऐसी विध पंडत राज १६३ से १६५ तक ७ ऐसी भाँति से खटि भाखा २०३ से २१६ तक ७ जिस बखत स्त्री महाराज २१६ से २२४ तक ७ जमीन के ऊपर परवरदिगार का २४३ से २४५ तक ७ . जिस बखत सिर विलंदखाँ ३५१ से ३५५ तक ७ अठठ अटाळी भार प्रति २३० ७ २३४ अति प्रकास गति भेद प्रति १५१ ४ १०८ अनुज नमे तदि अनजे ३०५ ७ ४०१ अमर प्रवाड़ा एण विध असि सिरणव गयंद अथ ___२४ प्रस्ट अंग राजस अडिग ६३ ६ २३४ प्रातस झळ पैदळ अधिक २३१. ७ २४० इम खट रित करि उछब २३०. ७ २३१ इम दत खग बहु करि प्रचड़ .. २४ ५ २६ इम निस विति पाणंदमै १५४ ७ ११५ इम पंच भाखा उच्चरे १९८ ७ १८२ दवावंत दूहा (दोहा) Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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