Book Title: Surajprakas Part 02
Author(s): Sitaram Lalas
Publisher: Rajasthan Prachyavidya Pratishthan Jodhpur

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Page 444
________________ छंदनाम हणू फाळ प्रथम पंक्ति धनि कमंध कुळ प्रवधेस घर दिली पड़ियौ धांस धर फरस जेम धरीस घर साह धोंकळ धींग धर साह लूटण धाव धर सिखर थरहर धांम [ ५६ ] धुगधुगी सोवन्न धार धुबि झाल झळहळ धोम धूजंत धर तन धीर नक्केल सुरंग नराट नक्a सिख भूषण नौख नग जड़ित सुजड़ नराज नग तुरंग घम घम नाळ नर यंद हालत नि नरियंद नजर नगाह नवछावस सनेह निज जोगणिपुर नाह निज नगर एम निहारि नूप गौड निज ताबीन पग मंड थांन अपार पड़ दिली तांम प्रकार पचरंग मौहरिय पेस पतिव्रता नेह अपार परि पूर लच्छि प्रताप परि लसं सारंग पीव पह कही वात प्रमाण यह सरण सेवत पाव पासार हट्ट प्रयोग पोसाक ऊंच अनोप पोसाक जवहर पूर पोसाक तास अपार प्रफूलंत वदन प्रवोत बजि स्वास नास ब्रहास बहु चित्र हट्ट बाजार बहता स उरस बिहंग Jain Education International For Private & Personal Use Only पु० प्रकरण पद्यांक १११ ६ ३१८ १११ ६ ३१७ १४६ ७ ८२ ११० ६ ३११ १०२ ६.२६५ १०१ ६ २५५ १४४ ७ ७३ १०३ දි २७२ १०८ ६ ३०२ १३८ ७ ३७ १४२ ७ ६३ १०५ ६ २८२ २३३ ७ २४७ १३६ ७ ४३ १ ६ २२७ १४७ ७ ६० ૬૪ ६ १८१ १४४ ७ ७० ६१ ६ २२६ १४६ ७ ८३ १०८ ६ ३०१ १३८ ७ ३८ ६० ६ २१७ १०७ ६ २६२ १०२ ६ २६४ ७८ ६ १४३ ६१ ६ २२४ १०६ ६ २६० १३६ ७ २५ १३७ ७ ३३ ८६ ६ २१३ १४० ७ ५१ २३४ ७ २५२ १४१ ७ ५७ २५१ २३३ ७ www.jainelibrary.org

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