Book Title: Sumitramantri Charitram Author(s): Shubhshil Gani Publisher: Hiralal Hansraj Pandit View full book textPage 3
________________ सुमित्र // श्रीजिनाय नमः॥ // 1 // ॥श्रीसुमित्रमंत्रिचरित्रम्॥ *+ECIABASAHEEREk (कर्ता-श्रीवर्धमान सूरि) भाषांतरकर्ता तथा छपावी प्रसिद्ध करनार–पण्डित श्रावक हीरालाल हंसराज (जामनगरवाला) क्रियते दिखते मानसंक्षेपो यो दिवानिशम् / द्वितीयं तदिदं शिक्षाव्रतं देशावकाशिकम् // 1 // ____ अर्थः-दिशीव्रतमां हमेशां [ रातदहाडो ] जे प्रमाणनो संक्षेप करवामां आवे, तेने आ देशावकाशिक नामनुं बीजुं शिक्षाव्रत कहे छे. // 1 // देशावकाशिकं यावस्कुरुते श्रद्धया सुधीः / तदन्यत्रात्मनां तेमाभयं दत्तं भवेत्तदा // 2 //Page Navigation
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