Book Title: Sramana 1991 07
Author(s): Ashok Kumar Singh
Publisher: Parshvanath Vidhyashram Varanasi

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Page 185
________________ जैन-जगत् श्री पंजाब जैन भ्रातृ सभा (बम्बई) लाला श्री जोगिन्दर लाल जैन का भव्य सत्कार संवत्सरी के पावन पर्व पर उक्त सभा द्वारा महान् समाजसेवी श्री जोगिन्दर लाल जैन का भव्य स्वागत किया गया। आपका जन्म अम्बाला शहर में हआ, प्रारम्भ से ही आपकी रुचि समाज तथा धर्म सेवा में रही है। नवयुवकों को धार्मिक कार्यों के लिए संगठित करने में आपकी विशेष रुचि रही है। पिछले १७ वर्षों से सभा की विविध गतिविधियों में आपका सक्रिय योगदान रहता है। पण्डित दलसुखभाई मालवणिया का सम्मान एवं अभिनन्दन ग्रन्थ-विमोचन (दिनांक २१-२२ दिसम्बर, १९९१) पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान के मार्गदर्शक एवं ला० द० भारतीय संस्कृति विद्यामन्दिर, अहमदाबाद के भूतपूर्व निदेशक, जैनविद्या के बहुश्रुत विद्वान् पं० दलसुखभाई मालवणिया के अभिनन्दन समारोह का आयोजन श्री दीपचन्द जी भूरा अमृत महोत्सव समिति, कलकत्ता की ओर से किया गया। इस अवसर पर दीपचन्दजी भूरा परिवार की ओर से आदरणीय पण्डित जी को ३१००० रु० की सम्मान निधि प्रदान की गई। पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान द्वारा प्रकाशित पं० दलसुख भाई मालवणिया अभिनन्दन ग्रन्थ का विमोचन प्रसिद्ध साहित्यकार श्री कन्हैयालाल जी सेठिया ने किया। संस्थान के निदेशक डा० सागरमल जैन ने विद्याश्रम परिवार की ओर से पंडित जी को शाल ओढ़ाकर यह अभिनन्दन ग्रन्थ प्रस्तुत किया। विद्वानों ने पंडित जी के व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला और कहा कि पं० दलसुख Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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