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[ ३५ ] अध्याय प्रधानविषय
पृष्ठाङ्क (६०-६४)। चोरों के सहवासियों को दण्ड (७०-७५) । भिन्न-भिन्न प्रकार की चोरी का दण्ड (७६,६०)। जिस जिस अङ्ग द्वारा चोरी उसका छेदन (६२)। आघात करने को शरीर के स्थान (६४-६५)। ब्राह्मण को फांसी नहीं लगाना और देश से बहिष्कृत करना (६६)। दुष्टों को दण्ड और अङ्गों पर निशान (१०१-१०६)। गुप्त पापों का यमराज द्वारा दण्ड (१०८)। दण्डों का प्रकार (१११)। अर्थदण्ड के मान की व्यवस्था ( ११८)।
दिव्य प्रकरणम् पांच प्रकार के दिव्यों का वर्णन (२)। सत्य असत्य (३)। तुला वर्णन (४)। तुला निर्णय (५-८)। तुला का विषय (६, २१)। जल परीक्षा (२१, ३१)। विष
परीक्षा ( ३२, ३८)। विष पान का वर्णन (३६, ४५)। विशेष-नारदी-स्मृति में अध्यायक्रम नहीं रहने से प्रकरण ही लिखा गया है।
अत्रिस्मति के प्रधान विषय १ आत्मशुद्धिवर्णनम्
__ ३३६ अत्रि के प्रति पाप मुक्त्यर्थ ऋषियों का प्रश्न (१-३)। प्राणायाम विधि उससे लाभ (४-१०)। गायत्री मन्त्र प्रणव-विधान (१५)।