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अध्याय
प्रधानविषय
पृष्ठाङ्क ६ समयक्रियावर्णनम्
४२६ समय क्रिया राजद्रोहादि में शपथ कराने का विवरण, अभियुक्त को दिव्य कराने की प्रक्रिया, सचैल स्नान कराकर तब देवता और ब्राह्मण के आगे शपथ करावे ।
१० धट ( तुला ) धर्म वर्णनम्
४२७
धट या तुला—इसमें पुरुष को बिठावे और उससे यह कहलावे कि ब्रह्म हत्यारे को झूठी गवाही देने में जो नरक होते हैं वह इस तुला में बढं इस तरह नीचे के श्लोकों में उसके प्रार्थना के मन्त्र बोले। यदि तुला में तौल बढ़ जावे तो उसको सच्चा समझे, यदि घट जावे तो उसे झूठा समझे।
११ अग्निपरीक्षा वर्णनम्
४२८ अग्नि परीक्षा-सोलह अङ्गुल के सात मंडल बनावे और उन मंडलों को दो हाथ के सूत्रों से वेष्टित कर देवे। पचास पल के लोहे को आग में गरम करके उसे हाथ में लेकर सात मंडलों पर चले फिर लोहे को नीचे रख देवे। जिसका हाथ न जले वह अनपराधी यदि जल जावे तो अपराधी—इसके नीचे अग्नि के मन्त्र लिखे हैं।