Book Title: Sikandar aur Kalyan Muni
Author(s): Dharmchand Shastri
Publisher: Acharya Dharmshrut Granthmala

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Page 7
________________ तक्षशिला के राज्य महान सम्राट । मैं तक्षशिला दरबार में महाराज में आपका स्वागत करता हूं। आम्भीक ने सम्राट भारतवर्ष को जीतना चाहते सिकन्दर का हो तो पंजाब में झेलम नदी स्वागत किया के किनारेपरबसे महाराज पुरूको जीतना जरूरी of SUIII हम तक्षशिला में ही अपनादरबारलगाया करेंगे महाराज पुरूको भी संदेश भेजते हैं। तुम्हें भी हमारीसहायता करनी पड़ेगी। महाराज पुरू का राजदरबार ...एक सेवक का प्रवेश महाराज की जयहो। यूनान के बादशाह सिकन्दर का दूत दरबार में | प्रवेश की अनुमतिचाहता है। (65

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