Book Title: Sikandar aur Kalyan Muni Author(s): Dharmchand Shastri Publisher: Acharya Dharmshrut Granthmala View full book textPage 6
________________ ईरान दुनिया ये कहेगी कि सिकन्दर महान है। विजय पर सदियों के बाद जागाबहादुर इन्सान है ।। उत्सव मनायाजा वाह,खूब मनोरंजन किया।जाओ, अब हम भारतवर्ष को जीतने के लिए यात्रा प्रारम्भ करेंगे रहा है IBYAAMITRA TOHITRATE Hallama अब हम दुनिया के सबसेधनी और सुन्दर देश पर तक्षशिलाके महाराज) मुझे सम्राट सिकन्दर से मित्रता आक्रमण करने जा रहे हैं। होरे,जवाहरात स्वर्ण- | की जय हो यूनानके करलेनी चाहिए जिससे अपने | मुद्राएँ सुन्दरता, हिन्दुस्तान में सब कुछ है। महान सम्राट सिकन्दर शव महाराज पुर, काअभिमान | सैनिकों। बहादरीसे लड़ना ।वहां हमारी वीरता ने मिश्चे और ईरान को नष्ट किया जा सके" की परीक्षा होगी। जीत लिया है। आपभी दूत। जाओ, तक्षशिला आधीनता स्वीकार कर/दूत! जाओ अपने का के महाराज आम्भीक सेर लीजिए। सैनाएंमहान सम्राट से कहना कहना हमारी आधीनता आक्रमण करने में उनकी मित्रता. स्वीकार करलें नहीं तो तैयार खड़ी है। और आधीनता हमखून की नदियो। स्वीकार है बहा देंगे 6 पूल UN ENTRAPage Navigation
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