Book Title: Shwetambar Digambar Part 01 And 02
Author(s): Darshanvijay
Publisher: Mafatlal Manekchand
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३ गडूच्यादिवर्गमें-जीवंती (७) नागिनी (१०) जया, जयन्ती (२४) सिंहपुच्छी (३४) सिंही (३६) व्याघ्री (३८) गोक्षुरः अश्वदंष्ट्रा (४४-४५) जीवन्ती जीवनी जीवा जीवनीया (५०) हयपुच्छिका (५५) व्याघ्रपुच्छः (६१) सिंहतुण्डः वज्री (७५) मातुल: (८७) सिंहिका, सिंहास्यो वाजिदन्तः (८९-९०) विष्णुकान्ता अपराजिता (१२३) कर्कटी, वायसी, करंजा (१२५] काकादनी (१२८) कपिकच्छू: मर्कटी, लाङ्गली, (१३०-३१) मांसरोहिणी (१३३) मत्स्यनिषूदन (१३५) लक्ष्मणा (१४७) काकायु (१४८) गोलोमी (१४९) मत्स्याक्षी, शकुलादनी (१७४) वाराही, क्रौष्ट्री (१७६ से १७८) नारायणी (१८२) अश्वगन्धा, हयाह्वया, वाराहकर्णी (१८७) वाराहांगी (१९६) जयपाल (२००) ऐन्द्री (२०१) मुण्डी भिक्षुरपि प्रोक्ता श्रावणी च तपोधनी महाश्रवणिका तपस्विनी (२१४-१६) मर्कटो (२१९) कोकि लाक्षस्तु काकेक्षुः (२१४) भिक्षुः (२२५) अस्थि शृङ्खला (२२६) कुमारी गृहकन्या चकन्या घृतकुमारीका (२३२) कृष्णबालः कुमारी राजबला (२३८) श्यामा गोपी गोपवधू गोपी गोपकन्या (२४०-४१) देवी गोकर्णी (२४८-४९) काका वायसी (२५०) काकनासा तु काकांगी काकतुण्डफला च सा (२५२) काकजंघा पारापतपदी दासी काका (२५४) रामदूतिका (२५६) हंसपादी हंसपदी (२६०) द्विजप्रिया (२६१) वन्दा (२६५) मोहिनी रेवती (२६६) मत्स्याक्षी घाल्हीकी मत्स्यगन्धा मत्स्यादमी (२७०) साक्षी (२७१) शिवा (२८०) मण्डूकपर्णी, मण्डूकी (२८३) कन्या (२९१) मत्स्यादनी, मत्स्यगंधा, लांगली (२९९) गोजीह्वा (३००) सुदर्शना (३१२) आखु. कर्णी (३१३) मयूरशिखा (३१५)
४ पुष्पवर्ग में-पद्मिनी (७) पद्मा (१५) महाकुमारी (२२) नेपाली (२३) गणिका (२८) पाशुपत, बक (३३) कुञ्जक (३६) माधवी (४०) नट (४७) सहचर दासी (५०-५१) प्रतिविष्णु (५४) बन्धुजीव (५६) मुनिपुष्प, मुनिद्रुम (५९) गौरी (६१) फणी (६४) मुनिपुत्र तपोधन कुलपुत्र (६६) बर्बरी (६८)
५ फलवर्ग में कामांग (१) काम राजपुत्र (२२) रम्भा (३१) दन्तशठ (६०, १३४, १४०) वानप्रस्थ (९४) गोस्तनी (११०)
६ वटादिवर्ग में-जटी (११) अश्वकर्ण (१९, २०) अजकर्ण (२१) अर्जून वीर (२६, २७) गायत्री यशियः (३०, ३१) पुत्रजीव

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