Book Title: Shrutsagar Ank 2007 03 012 Author(s): Manoj Jain Publisher: Shree Mahavir Jain Aradhana Kendra Koba View full book textPage 4
________________ पंन्यास प्रवरश्री अमृतसागरजी आचार्यपद प्रदान महोत्सव विशेषांक श्रतसागर पंन्यास प्रवर श्री अमृतसागरजी आचार्य पद प्रदान महोत्सव विशेषांक अंक : १२, चैत्र वि. सं. २०६३ मार्च २००७ आशीर्वाद व प्रेरणा : श्रुतसमुद्धारक आचार्य श्री पद्मसागरसूरीश्वरजी संपादक : मनोज जैन २५ १११ ११५ ११७ १२४ मंगल संदेश संपादकीय प्रकाशकीय ગચ્છનાયકે આચાર્ય શ્રી કૈલાસસાગરસૂરીશ્વરજી श्रुत समुद्धारक आचार्य श्री पद्मसागरसूरिजी महाराज पद्मसागर की एक बूंद अमृतसागर पूज्यश्री की अमृतमय यात्रा પંન્યાસશ્રી અમૃતસાગરજીનો મિતાક્ષરી પરિચય रत्नत्रयी का त्रिवेणीसंगम सम्राट् संप्रति संग्रहालय ज्ञानतीर्थ आचार्य श्री कैलाससागरसूरि ज्ञानमंदिर प्रगति के सोपान आचार्य श्री कैलाससागरसूरि ज्ञानमन्दिर - हमारा संकल्प भारतीय प्राचीन लेखन परंपरा में : तालपत्र लेखन वाचकों के पत्र જ્ઞાનતીર્થ આચાર્ય શ્રી કૈલાસસાગરસૂરિ જ્ઞાનમંદિર વિષે ગુરુભગવંતોના અભિપ્રાય વિદ્વાનોના અભિપ્રાય વિશિષ્ટ અતિથિ जैन साहित्य सूचि का बहुआयामी प्रकाशन कैलासश्रुतसागर ग्रंथसूची जैनागमों का परिचय अनुक्रम ३ महान ग्रन्थों का संक्षिप्त परिचय. ४ ज्ञानभंडारों की स्थापना एवं अभिवृद्धि जैन धर्म की रूपरेखा जैनधर्म और चार पुरुषार्थ जैन श्रेष्ठि भगवान महावीर के १० श्रावक दक्षिण भारत में जैन धर्म २७ स्त्री-पुरूषों की कलाएँ ठक्कुर फेरू कृत रत्नपरीक्षा ग्रंथ : एक परिशीलन ३७ गौरवमयी तपागच्छ परंपरा में सागर समुदाय હસ્તપ્રત : એક પરિચય ओसवालों के गोत्र व ज्ञातियाँ ભગવતી પદ્માવતી માતાનાં પ્રસિદ્ધ તીર્થધામો श्री शत्रुजय महातीर्थ धर्मशालाओं के फोन नंबर भारत के जैन तीर्थों के फोन नंबर ૬૭ શાકાહાર સર્વશ્રેષ્ઠ આહાર શ્રાવક સંઘ પ્રગતિ વિચાર जैन की दिनचर्या જિનપૂજા ८१ जीवन जीने की कला ८३ आर्षवाणी १२७ १३१ १३५ १३८ १४० १५० १५५ १५६ १६० १६३ १७१ ७० : प्रकाशक: श्री महावीर जैन आराधना केन्द्र, कोबा तीर्थ, गांधीनगर Web Site : www.kobatirth.org, E-mail : gyanmandir@kobatirth.orgPage Navigation
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