Book Title: Shastrasara Samucchay
Author(s): Maghnandyacharya, Veshbhushan Maharaj
Publisher: Jain Delhi

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Page 5
________________ है। भारत के सुप्रसिद्ध व्यापारी तथा आर्य धर्म शिरोमणि श्री युगलकिशोरबिड़ला तो आप को अपने धर्मगुरु के रूप में सदैव ही पूजते रहे हैं 1 ग्रा उपदेशों से प्रभावित होकर कांग्रेस अध्यक्ष श्री देबर भाई, श्री निजलिस मुख्यमन्त्री मैसूर राज्य, सुप्रीम कोर्ट के जज, भारत राज्य मन्त्रीगण अनेकों अन्य ख्याति प्राप्त महान व्यक्ति प्रापको सेवा में धर्म लाभ प्रार हेतु, आपके उपदेश श्रवण को प्राते रहें हैं। श्री जिनेन्द्रदेव से प्रार्थना है। पूज्य प्राचार्य श्री सदैव ही हमारे मार्गप्रदर्शक रहें। जैन समाज, श्रीमति । धर्मपत्नी श्री राजेन्द्र कुमार जी जन-११ कीलिंग रोड नई देहली की अल अाभारी हैं। जिनकी अोर से इस ग्रन्थ की १००० प्रतियां प्रकाशित की। रही हैं । आपको धर्मनिष्ठा तथा दानशीलता अनुकरणीय है । प्रादीश्वरप्रसाद जैन एम ए. मन्त्री श्री भूवलय ग्रन्थराज प्रकाशन समिति २० अक्तूबर १६५७ जैन मित्र मण्डल, धर्मपुरा देहली।

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