Book Title: Shastrasara Samucchay
Author(s): Maghnandyacharya, Veshbhushan Maharaj
Publisher: Jain Delhi
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विषय ४६ पाठ ऋद्धियाँ ५० पांच प्रकार के मुनि ५१ प्राचार ५२ समाचार ५३ सात परम स्थान
द्रव्यानुयोग ५४ द्रव्य ५५ अस्तिकाय ५६ सात्त तत्व ५७ नो पदार्थ ५६ चार निक्षेप २६ ज्ञान ६० मतिज्ञान ६१ श्रुतज्ञान ६२ अवधि, मनपर्यय ६३ नय ६४ सप्तभंगी ६५ पांच भाव ६६ गुरगस्थान ६७ जीव समास ६८ चौदह मार्गणा
३०६ ६५ श्या
३७० ३११ ७० सम्यक्त्व ३१२ ७१ पुद्गल
३७७ ३१७७२ आकाशा
२७८ ३२२ ७३ काल
३७१ ७४ पासव,
३८१ ३२६ ७५ बन्ध के कारण
३८१ ३३४ ७६ पाठ कर्म ३३६ ७७ गुणस्थान-कम से बन्ध ३६२ ३३७ ७८ कम-उदय
३६५ ७६ उदीरणा
३६६ ३३८ ० कर्मों का सत्त्व
३६१ ३२९ ८१ बन्ध उदय सत्व विभंगी की ३४१ संदृष्टि ३४८ ८२ कर्मों की १० दशायें ३४५ ८३ संवर
४०४ २५४ ८४ निर्जरा
४०४ ८५ मोक्ष
४०५ ८६ तीन प्रकार का पारमा ३६१ २७ सिद्धों के १२ अनुयोग ८८ अन्तिम प्रशस्ति
४२५

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