Book Title: Shastrasara Samucchay
Author(s): Maghnandyacharya, Veshbhushan Maharaj
Publisher: Jain Delhi

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Page 14
________________ प्रथमानुयोग विषय १ मंगलाचरण २ काल के भेद ३ कल्पवृक्ष ४ चौदह कुलकर ५ सोलह भावन! ६. चौबीस तीर्थंकर ७ भगवान महावीर के पीछे ८ तीर्थंकरों के अतिशय दीक्षा कल्याणक १० ज्ञान कल्याक ११ मोक्ष कल्याणक करणानुयोग १६ नरक १७ मध्य लोक १८ हाई द्वीप १९ ऊर्ध्वलोक, देव-भेद २० ज्योतिष देव २१ ज्योतिष विचार विषय-सूची २२ मुहूर्त २३ वैमानिक देव पृष्ठ ३ १२ समवशरण १३ बारह चक्रवर्ती ७० १४ बलभद्र नार प्रतिनारायण ७४ १५ ग्यारह रुद्र ७६ ११ १६ १८ ४० ४५ ४६ ५७ ६० ६२ ७६ ८८ ९२ १०६ ११२ १२० १३३. ૨૪: 3 चरणानुयोग विषम २४ पांच लब्धि २५ सम्यग्दर्शन २६ २५ दोष २७ ग्यारह प्रतिमा २८ आठ मूलगुण २६ बारह व्रत ३० प्रतिचार ३१ श्राश्रम ३२ छह कर्म ३३ मुनियों के भेद ३४ मरणनिमित्त ज्ञान ३५ सल्लेखना ३६ यतिधर्म ३७ महाव्रत ३८ समिति ३६ श्रावश्यक आदि ४० छयालीस दोष ४१ बाईस परिषद पृष्ठ ४५ श्रार्तध्यान ४६ रौद्रध्यान ४७ धर्मध्यान ४५ शुक्लध्यान १५६ १५६ १७३ १८२ १६२ १९३ २०६ २१४ २१६ २१८ २१६ २२५ २३३ २३६ २३७ २३८ २४७ २५२ ४२ बारह सप २५४ ४३ कौन सी भक्ति कहाँ की जाय २५८ ४४ दश भक्ति २६२ २८३ २८५. २६६ ३०२

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