Book Title: Shastra Sandeshmala Part 23
Author(s): Vinayrakshitvijay
Publisher: Shastra Sandesh Mala
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सुमतित्थ निच्चभत्तो निग्गओ वासुपुज्जो जिणो चउत्थेणं । पासो मल्ली विय अट्टमेण सेसाओ छद्वेणं
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उसभो य विणीयाए बारवईए अरिवरनेमी । अवसेसा तित्थय निक्खंता जम्मभूमीसु उसभी सिद्धत्थवणम्मि वासुपुज्जो विहारगेहम्मि । धम्मो य वप्पगाए नीलगुहाए मुणि नामो आसमपयम्मि पासो वीरजिणंदो य नायसंडम्मि । अवसेसा निक्खता सहसांबवणम्मि उज्जाणे पासो अरिनेमी सेज्जंसो सुमई मल्लिनामो य । पुव्वण्हे निक्खता सेसा पुण पच्छिमण्हम्मि एगो भगवं वीरो पासो मल्ली य तिहि सएहिं । भगवं पि वासुपूज्जो छहि पुरिससएहि निक्खंतो उगाणं भोगाणं रायण्णाणं च खत्तियाणं च ।
हिं सहसेहिं सभी सेसाओ सहस्सपरिवारा वीरो अरिनेमी पासो मल्ली य वासुपुज्जो य । पढमवए पव्वईया सेसा पुण पच्छिमवयम्मि वाससहस्सं बारस चउद्दस अट्ठार वीस वरिसाई । मासा छ नव तिण्णि य चउ, तिग दुग मेकग दुगं च ति दु एक्कग सोलसगं वासर तिण्णि य तहेवहोरत्तं । मासिक्कारस नवगं चउप्पण्णदिणं य चुलसीई तह बारसवरिसाई जिणाण छउमत्थकालपरिमाणं । उग्गं च तवोकम्मं विसेसओ वद्धमाणस्स तेवीसाए नाणं उप्पण्णं जिणवराण पुव्वण्हे । वीरस्स पच्छिमहे पमाणपत्ताए चरिमाए
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