Book Title: Shastra Sandeshmala Part 23
Author(s): Vinayrakshitvijay
Publisher: Shastra Sandesh Mala

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Page 412
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir उदओ सत्तम पेढालपुत्त अट्ठमय जा पोट्टिल सयसो १० । मुणिसुव्वय ११ अममो तह होज्ज बारसमो ॥१४८ ॥ तेरसम निक(क)साओ चउद्दसमो निपु(प्पु)लाय बोधव्वो। निम्मम होज्ज पण्णरस सोलसमो चित्तउत्तो य ॥१४९ ।। होही समाहि संवर अनियट्टि विजय होज्ज विमलो य।। देवोववाय णंतो भदंति भावियभरहम्मि ॥१५० ॥ सेणिय सुपास उदओ पोट्टिल य दढाऊय पंचमओ। कत्तिय संखो य तहा सुनंदो चेव अट्ठमओ ।। १५१ ॥ सयओ देवइ सेच्चई बारसमो वासुदेव बलदेवो। रोहिणी सुलसा रेवई तओ सिंगाली तह भयाली य ॥१५२ ॥ दीपायण च(णो य) कण्हो नारय अंबड भवे य बावीसो। दारुय सो वि य बुद्धो पुव्वभवनामाई भविस्संति ॥१५३ ॥ भरह अणागयकाले बारस चक्की इमे भविस्संति । भरहोइ(य?) दीहदंतो सुगूढदंतो भवे तईओ ॥ १५४ ॥ तत्तो य सुद्धदंतो सिरिउत्तो होज्ज तह य सिरिभूई। सिरिसोमो परमो वि य महपउमो विमलवाहणे चेव ॥१५५ ॥ इक्कारस विउलवाहणो य रिठ्ठो य बारसो चेव । केसवनामाणि इत्तो अहकम्मं कित्तइस्सामि ॥ १५६॥ नंदो य नंदमित्तो तईओ तह होज्ज दीहबाहु य । महाबाहु य अइबलो महब्बलो होज्ज बलभद्दो ॥ १५७ ॥ अट्ठमओ य दुविठ्ठ नवम तिविट्ठ ईओ य बलदेवा । पढमो जयंतो विजओ भद्दो सुपभो य चउत्थो य ॥१५८ ॥ पंचम होज्ज सुदंसण आणंदो नंदणो य परमो य। संखसेणो य पच्छिमओ पडिसत्तू भणामि इत्तो य ॥१५९॥ ४०५ For Private And Personal Use Only

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