Book Title: Shastra Sandeshmala Part 23
Author(s): Vinayrakshitvijay
Publisher: Shastra Sandesh Mala
View full book text
________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
उसभे भरहो अजिय सगरो मघवं सणंकुमारो य । धम्मस्स य संतिस्स य जिणंतरे चक्कवट्टिदुगं संती कुंथु अरो अरहंता चेव चक्कवट्टी य । अर-मल्लिअंतरे हवइ सुभूमो कौरवो (व्वो) मुणिसुव्वए नमिम्मिय हुंति दुवे पउमनाम हरिषेणो । नमि- नेमीसु जयनामा अरि- पासंतरे बंभो
पंचऽरहंते वंदंति केसवा पंच आणुपुव्वीए । सिज्जंस तिविधइ (तिविट्ठाइ ) धम्म पुरिससीहपेरंता अर - मल्लिअंतरं दुण्णि केसवा पुरिसपुंडरीय - दत्ता । मुणिसुव्वय-नमिअंतरे नारायण कण्ह नेमिम्मि चक्किदुगं हरिपणगं पणगं चक्कीण केसवो चक्की | केसव चक्की केसव दु चक्की केसव चक्की य चंदाणणो सुचंदो तईओ तह आसि अग्गनिसेणो य । तुरिओ य नंदसेणो इसिदिण्णो पंचमो वयहारी
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
सत्तमय सामचंदो अमओ आसी ज्जु (जुज्ज) सेणो य । नवमो य अजियसेणो सिवसेणो देवसेणो य
-
नवरत्तं सत्थसंजल अणंत उवसंत गुत्तसेणो य । अतिपासो य सुवासो मरुदेव धरो य वीसइमो इगवीस सामकोट्टो बावीसमो य अग्गिसेणो य । तेवीसमग्गिउत्तो चरिमो तह वारिसेणो य एए जिन चउवीसा ऐरवए आसी इहकाले य । ते वंदामि य सिरसा जरामरणविप्पमुक्का य भरहे भावियजिणा महपउमो सुरादेव य सुपासो । होज्ज सपभ सव्वा णुभूई तह देवउत्तो य
४०४
For Private And Personal Use Only
॥ १३६ ॥
॥ १३७ ॥
॥ १३८ ॥
॥ १३९ ॥
॥ १४० ॥
१४१ ॥
॥ १४२ ॥
॥ १४३ ॥
॥ १४४ ॥
।। १४५ ।।
॥ १४६ ॥
॥ १४७ ॥

Page Navigation
1 ... 409 410 411 412 413 414 415 416 417 418 419 420 421 422 423 424 425 426 427 428 429 430