Book Title: Shastra Sandesh Mala Part 02
Author(s): Vinayrakshitvijay
Publisher: Shastra Sandesh Mala

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Page 285
________________ नटे. . पसमो पत्थो दंतो चउम्मुहो हियकरो य उक्किट्ठो / भदं पुणं सुहीयं छट्ठभत्तस्स एगट्ठा // 1570 // धिइबलसुंदरदिव्वं मीसं नामाणि अट्ठमस्सावि / विक्किटुं जूहकामं दसमभत्तस्स नामाई // 1571 // दुक्करकरणं मुक्को दुवालसभत्तस्स हुंति नामाइं / पूर्व जूयं विमलं चउद्दसभत्तस्स नामाई // 1572 // जीवं जीवविसिटुं सत्तं भत्तं च सत्तभत्तस्स / / वुड्डी गुणवुड्डी वा अट्ठमदिणभत्तनामाइं // 1573 // अणसणरम्मं तारं भव्वं नव्वं चऊदसअभत्तटे / दिणवुड्डीए पुव्वं तवोवमाइं पउंजिज्जा // 1574 // परमन्नं खीरं दही विकिट्ठपरमं विसिट्ठविमलं च / मंगलनिहिसंपुण्णं घोसं अंगं तहा ठाणं // 1575 // वुच्छिन्नं सिद्धधवलं भोयणसुद्धं तहा य संसुद्धं / दुगसंपुण्णं नंदावत्तं मुणिलं (पुलिणं) च णलिणं च // 1576 // सोगंधं आवत्तं सिगं कूडंव सिहरसंदिन्नं / .. तिगसंपुण्णं भमगं पत्तं छत्तं च पज्जत्तं // 1577 // सन्नाणं परिभासाचउत्थाइ चउतीसभत्तपज्जंता / / सेहं च सिंहाभूयं तियचउहाहारमणसणयं // 1578 // दंसणनाणायाराणमइयारा मणसि चिंतिया हुज्जा / चारित्ताईयारे एमाइतवो पयट्टिज्जा // 1579 // तह नाणदंसणाइण नटे भग्गे गए अणाविक्खे / उवगरणाणं सोही पुणो कए तओ विसेसेहिं // 1580 // तह चेइयदव्वभक्खणउवक्खणमणुवरक्खणुवएसे 1. . परिभोगपरिच्चाए जहजोगं तमुवजोइज्जा // . 1581 //

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