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-- १६ - हमें कुछ भी अधिकार नहीं दिये गये हैं। इस विषय की ऐसी पुस्तक अभीतक हिन्दी में नहीं लिखी गई है ।
मूल्य ।। ७७. (१)हमारे गाँवों की कहानी। (स्व० रामदास गौड़) इसे पढ़कर तो
आप सिहर उठेंगे कि हमारे अन्नदाताओं ने जिनको मेहमान समझा और उनकी इतनी खातिर-तवाजो की, वे कितने बेवफा निकले और
उनको कितना नीचे गिरा दिया। नया संस्करण मूल्य ।। ७८. (२-६) महाभारत के पात्र । दो भाग ( आचार्य नानाभाई )
महाभारत के प्रधान-प्रधान पात्रों का सरस, सरल परिचय । प्रत्येक भाग का
- दाम ॥ •७६. गाँवों का सुधार और संगठन (स्व० रामदास गौड़) हमारे
गाँवों का सुधार और संगठन किस प्रकार हो, इस विषय पर हिन्दी में
यह बहुत महत्वपूर्ण और प्रामाणिक पुस्तक है। मूल्य १) ८०. (३) सन्तवाणी (वियोगी हरि)सुप्रसिद्ध संतों.-कबीर, नानक, सूर,
तुलसी, रैदास, दादू आदि की मुख्य-मुख्य बानियाँ टीका सहित मूल्य।) ८१. विनाश या इलाज ? (म्यूरियल लेस्टर) लेखिका ने अपने अनुभव
और ज्ञान से यह साबित किया है कि दुनिया में आज जो अशांति है और हर समय युद्ध का खतरा बना रहता है वह सत्य और अहिंसा से ही हल
हो सकता है और दूसरा कोई रास्ता कारगर नहीं हो सकता। मूल्य ॥ ८२. (४) अंग्रेज़ी राज में : हमारी दशा । (ले०जेड० अहमद) इसमें
बताया गया है कि अंग्रेजों ने अपनी आर्थिक नीति से किस प्रकार भारत
वासियों को चूसा और निःसत्व बना दिया। बड़ी रोचक है। मूल्य ।।) -८३. (५)लोक जीवन । आचार्य कालेलकर के ग्राम-जीवन तथा ग्रामीण
लोगों को रास्ता दिखानेवाले और उनके अज्ञान को दूर करनेवाले सरल और सुबोध निबन्धों का संग्रह ।
मूल्य ॥