________________
२६
५. बाल साहित्य माला
हिन्दी में वैज्ञानिक और शास्त्रीय ढंग से लिखे गये बाल-साहित्य की बड़ी कमी है । जो निकला है वह इतना थोड़ा और मंहगा है कि सर्वसाधारण उसका लाभ नहीं उठा सकते । इस कारण मण्डल ने इस वर्ष इस ओर भी ध्यान देने का निश्चय किया है और हम 'बाल साहित्य माला' नामक एक माला प्रकाशित करने जा रहे हैं । इसके लिए हम पुस्तकें तैयार करा रहे हैं। गुजराती में 'दक्षिणामूर्ति प्रकाशन मन्दिर' की ओर से प्रकाशित स्व० श्री गिजुभाई, नानाभाई, ताराबहन आदि बाल-साहित्य के आचार्यों द्वारा लिखे बाल-साहित्य को भी हिन्दी में प्रकाशित करने की हमने स्वीकृत प्राप्त कर ली है । कुछ तो स्व० गिजुभाई तथा उनके साथियों आदि की रचनाओं का इस माला में अनुवाद होगा, कुछ उनके आधार पर लिखा होगा और कुछ स्वतंत्र भी लिखा होगा । इस माला में कई किताबें निकल चुकी हैं ।
६. नवराष्ट्र - माला
गत महायुद्ध के बाद बहुत से राष्ट्र पराधीन होगये और बहुत-से कमज़ोर होगये । परं बाद में एक ऐसी लहर आईं कि ये कमजोर और पराधीन राष्ट्र दुनिया के नक़शे में प्रधान राष्ट्र होगये । ऐसे राष्ट्रों और उनके निर्माताओं का परिचय देना इस माला का काम होगा । उसमें जर्मनी, रूस, टर्की, चीन, मिस्र, भारत, पोलैण्ड, जैकोस्लोवाकिया आदि देशों पर पुस्तकें निकलेंगी । प्रत्येक पुस्तक का दाम |||) होगा । ७. सामयिक साहित्य माला
"
★
इस माला में सामयिक प्रसंगों पर हमारे नेताओं के उपयोगी लेखों भाषणों तथा अन्य लेखकों की महत्वपूर्ण घटनाओं पर छोटी-छोटी पुस्तिकायें निकला करेंगी । इस माला में ३ पुस्तकें निकल चुकी हैं।