________________
पुस्तक प्रकाशन के बारे में
"मण्डल' की भावी योजनायें 'सस्ता साहित्य मण्डल' की स्थापना इस उद्देश्य को लेकर हुई थी कि जन साधारण को ऊँचा उठानेवाला साहित्य सस्ते-से-सस्ते मूल्य में दिया जाय । 'मण्डल' इस उद्देश्य में कहाँ तक सफल हुआ है यह तो इसीसे स्पष्ट है कि हिन्दी में राष्ट्र-निर्माणकारी और जन-साधारण के लिए उपयोगी साहित्य देने में उसने अपना खास स्थान बना लिया है। लेकिन हमको अपने कार्य से पूर्ण संतोष नहीं है । अभीतक आमतौर पर मध्यम श्रेणी के लोगों को सामने रखकर 'मण्डल' का प्रकाशन कार्य होता रहा है लेकिन अब हम खासतौर से जनता का और जनता के लिए ही साहित्य प्रकाशित करने का खासतौर से आयोजन कर रहे हैं। १. लोक साहित्य माला
इसी विचार से हम 'लोक साहित्य माला' नाम की एक पुस्तक माला प्रकाशित कर रहे हैं। इस माला में डबल क्राउन सोलह पेजी आकार की दो-ढाई सौ पृष्ठों की लगभग दो-सौ पुस्तकें देने का हमारा विचार है । पुस्तकें साधारणतः जन-साधारण की समझ में आने लायक सरल भाषा में, अपने विषयों के सुयोग्य विद्वानों और नामी लेखकों-द्वारा लिखाई जायेगी। पुस्तकों के विषयों में जन-साधारण से सम्बन्ध रखनेवाले तमाम विषयों-जैसे ग्राम-उद्योग, ग्राम-संगठन, पशुपालन, सफ़ाई, सामाजिक बुराइयाँ, विज्ञान, साहित्य, अर्थशास्त्र, राजनैतिक, सामान्य जानकारी देशभक्ती की कहानियाँ, महाभारत-रामायण की कहानियाँ, चरित्रबल बढ़ानेवाली कहानियाँ 'खेती, बागवानी, आदि का समावेश होगा। संक्षेप में हमारा इरादा यह है कि हमें लगभग दो