Book Title: Sarv Tirtho Ki Vyavastha Author(s): Shitalprasad Chhajed Publisher: Shitalprasad Chhajed View full book textPage 1
________________ શ્રી યશોવિજયજી જૈન ગ્રંથમાળા *ackbild 11121313 झेन : ०२७८-२४२५३२२ ३००४८४९ 837 ત र्यमाला अमोलकरत्न || ॥ जैन सीतंबरीश्रावकी की ॥ २५६८ ह [100000 श्रीशीतलप्रसाद छाजेड जौहरी काशी बनारस निवासौने बनाकर संशोधित. और प्रकाशित किया । नगर (य यह पुस्तक समस्त श्रीसंघ के साहाज्यसें छपाई गई है साधर्मी भायोके हितार्थम् । इस पुस्तकको वा आशयको छपवानेका अखत्यार पुस्तक बनानेवाले की परवानगी बिना दूसरेको नहीं होगा मुताबिक ऐक्ट २० सन १८४७ व ऐक्ट २५ सन १८६७ इखौके फीस देकर पक्कौ रजिष्टरौ कराया है। कलकत्ता बड़ाबाजार ७५ नं० तुलापट्टौसे रामनारायण पालने “नारायण” यत्व में छपौ । ॥ सन १८९३ ॥ पहिलाबार १०००० Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat कौमत दो आना । www.umaragyanbhandar.comPage Navigation
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