Book Title: Saptatishatsthanprakaranam
Author(s): Somtilaksuri, Ruddhisagarsuri
Publisher: Buddhisagarsuri Jain Gyanmandir
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________________ जिन ऋषभ अजित संभव अभिनंद सुमति | पद्म सुपार्श्व चंद्र सुविधि शीतल श्रेयांस चक्रि भरत संगर 0 / हरि . | 0 / . जिन ( 80 ) वासुपूज्य विमल . अनन्त - धर्म - 0 . शांन्ति कुंथु अर 0 / 0 0 0 मघवा सनत् शान्ति कुंथु | अर . द्विपृष्ट स्वयंभू पुरुषोत्तम पुरुषसिंह . . . . . . पुरुषोत्तमपुंडरीक जिन चकि हरि 0 मल्लि मुनिसु० 0 0 | पद्म सुभूम 0 0 पार्श्व महावीर | हरि जय . ब्रह्मदत्त . नारायण 0 0 कृष्ण . .
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