Book Title: Samyaktva Suryodaya Jain arthat Mithyatva Timir Nashak
Author(s): Parvati Sati
Publisher: Kruparam Kotumal

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Page 3
________________ १४ . ॐ नमः सम्यक्त्व सूर्योदय जैन. ' अर्थात् मिथ्यात्व तिमिर नाशक. जिसको . TARAPEOPLEARNP ००००००००० IRRORSEELPAPARVARDANPRAK पEPAonePAARE जैनाचार्य पजावी श्री १००८ श्री परमपूज्य अमरसिंहजीकी संप्रदायमें : सनातन सत्य जैन धर्मोपदेशिका बाल ब्रह्मचारिणी जैनाचार्याजी श्रीमती श्री १००८ सतीजी श्री पार्वतीजीने बनाया... और लाला कृपाराम कोटूमल श्रावक .. हुशीआरपुर निवासीने छपवाया.. श्रीमदर्द्धमान स्वामी सम्बत् २४३१. वि० सम्वत् १९६२. , इ. स. १९०५, - श्री पूज्य अमरसिंही सम्बत् २४ All Rights Reserved. मूल्य रु. १)

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