Book Title: Samveg Rangshala
Author(s): Vinayrakshitvijay
Publisher: Shastra Sandesh
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१८८
अह बाहुसुबाहुहुँ अह बाहुसुबाहुई अह बीओ, वि हु पढिओ, अह बुद्धिरंजिएणं, तरुवासिअह भणियविहाणवसा, अह भत्तिभरोणयमत्थएण, अह भरहेणोसरणे, अह भाउजायादेह-भारअह भालयलाऽऽरोवियअह भावजाणणट्ठा, रण्णा अह भीएणं रण्णा, जिणदत्तो अह भूमिवई मुणिउं अह भूरिसमरसंपण्ण-विजयअह मंगलमुहलमिलंतअह मंतिणा वियाले, अह मंदिरस्स मज्झे, अहमगइमुवगओ वि अह मज्जं चिय जम्मंतरेवि, अह मज्झरत्तसमए, उचियं अह मज्झिममाऽऽराहणअह मडयखग्गघायप्पभावअहमपुरिसाण दुलहं, अहमऽवि एयमऽवत्थं, अहमऽवि चारनिवेइयअहमऽवि मुणीहिं नियनियअह महुराए नयरीए अह मालइमालाहि व, अह मुक्कचक्कनारायवग्ग, अह मुणिणा ते भणिया, अह मुणिणो रूवं पेअह मुणिमाहप्पेणं, अह मुणिवइणा जोग्गो अह मुणिवइणा नाउं, अह मुणिवइणा नाऊण, अहमेक्को च्चिय एयस्स, अहमेव सोयणिज्जो, अह मेहसंघनिग्घोसअह मोरपित्तलंछिय-पयअहरं पि पोमराएण, अह रसभरिए तेणं, उवणीए अह रायाणं पणमिय, अह रुहिरगंधलुद्धाहिं, अह लोगेणं भणियं, अह वंदिउं नियत्ते, हरिम्मि अह वज्जलेघडिय व्व,
९२४० अहव तिरियत्तपत्तेण, ७८७८ अह वत्थव्वगसूरी, णिय१६२४ अह वत्थव्वा मुणिणो, ३३२४ अह वत्थव्वो तत्थेव, ३४१६ अहव न जिणवयणत्थेण, ६६४६ अहव नियाणं तिविहं, ९८४ अहव पहुप्पंति कहंपि, ६३६६ अह वयणाऽणंतरतूर-माण६३१२ अहव सयं चिय सक्खा, ७७८९ अहव सिवपहपलोयण१६० अह वहति दिवसदसगं, ७६२४ अहवा अनिरुद्धिदिय-दारे ९९७४ अहवा अहं अणज्जो, जो ६८१२ अहवा आलोइंतो, छण्णं ५६५८ अहवा इमं तयं पि य,
२३१० अहवा उ उइच्चाणं, माउसवत्ती ___७०४८ अह वा उ जुण्णसेट्ठी, दिटुंतो
१००६ अहवा एयावत्थस्स, मह ९७०२ अहवा किं एएणं, इण्हि ७७६५ अहवा किमऽणेणं, ३७३८ अहवा किमऽणेणं सिंदु९६९ अहवा किमऽणेण ६७४३ अहवा किमऽणेण विगप्पि५२५४ अहवा किमऽणेण विगप्पि१३८६ अहवा किमऽणेण विगप्पि९९५८ अहवा किमणेण विगप्पिएण, ७५९६ अहवा किमणेण विचिंतिएण, ६२२५ अहवा किमऽणेणाऽण
अहवा कुणंतु किंपि २३५९ अहवा कुपत्तसंगहवसेण, २३६७ अहवा गंता जेट्ठो, तो ९१५ अह वा गामविलुंपग५१०८ अहवा गिरिसिरनिवडंत५५३५ अहवा चिट्ठउ दंसण-छाया५५९ अहवा जं चिय लोइय-सत्थं ७५९३
अहवा जम्मो मरणेण, ५७८७ अहवा तवइस्सरिय-ठाणेसुं ८०४७ अहवा तस्सेव जिणस्स, ८०८७ अहवा ते जयगुरुणो, ३४०४ अहवा ते सव्वे मंत-तंतदेवा११६४ अहवा दंसणनाण-चरित्तसुद्धी १३१५
अहवा दिट्ठिविसाऽऽई, ६९३० अहवा निमित्तविरहा१५० अहवा निम्मलगुणगण
अह सक्कहत्थिणो तत्थ ९३७४ अहवा नियवत्थंऽचल
७२०७ ४८४४ अहवा पंडियमरणाई,
३६०६ १४९३ अहवा पइदिवसं सो, चित्ता- ४०३१ ६७९५ अहवा पयंडपासंड-कूड
२२८ १९५६ अहवा परदोसपलोयणम्मि, ९१३३ अहवा पारद्धविसुद्ध
२६६७ ४८५८ अहवा पासविसप्पिर
१५५ ६५१२ अहवा पुच्छालग्गाऽणु
३१७७ ३०७१ अहवा बज्झनिमित्तं,
६२७५ २ अह वा भवविगुणत्ताऽ
९३३८ ३१३४ अहवा भावेणेवं, साइणि- २७०८ ८९६७ अहवा मणवइकाएहि,
५४८८ १०१९
अहवा लज्जावसओ, सम्मम- ४९५३ ४९३२ अहवा लभंति ते वि हु,
८८३७ २५०७ अहवा वच्चउ अत्थो,
२५८७ ७३८२ अहवा वणस्सइत्ता, तरुसाहा- ८३९७ ८५४६ अहवा वासिज्जइ भिज्जइ १९५१ ६५८ अहवा वि दव्वओ भावओ
४००५ ६७६५ अहवा विवाहभायण-भोयण ७३८४ ८६०३ अहवा विसं मुहे च्चिय,
७२०५ २१०३ अहवा वि सुदुल्लंभ,
१६९५ ३७०५
अहवा सदेसपरदेस-गाम- २७८७ १०७२ अहवा समाहिहेउं,
५४६९ ४२२० अहवा सरीर सेज्जा-संथारु
३३९२ ९९०५ अहवा सव्वेसुं पि हु,
३९८४ १८२ अहवा साहुगिहीणं,
२१३९ १७० अहवा सिवसुहसाहग-गुण- ७५२५ ६५९९ अहवा सेलु व्व इसी,
९७६५ ४२८६ अह विज्जुलयासरयऽब्म
२५७३ १२४३ अह विमलकेवलाऽऽलोय- ९८८३ २०५८
अह विम्हिएण परिसाजणेण, ६६८४ ९६८० अह विम्हिएहिं विज्जाहरेहि, ८११६ २३२७ अह विसमगड्डदेसे, पत्ते
५६५३ ३०१०
अह विहरिउमाऽऽरद्धो, ७१०९ अह विहिवसेण दिव्वो
३०४ ३७८७ अह वीसत्थसरीरो, विम्ह- ५२५१ ७००३ अहवुज्जलवेसे पाडि-वेसिए ६३३२ ९४४९ अहवेगदिवसमिच्चाइ-थूलं १९७० ५५८ अह वोच्छिण्णतदिच्छो, ९३३७ ७२१० अह संकिलेसविसुद्धी,
२७४६ ३३९० अह संघसमक्खं चिय,
४२१० ७२०९ अह संभमम्मि मोत्तुं,
८०७२ ३१६५ अह संवेगोवगओ,
५१६७ ४१७४ अह सकहत्थिणो तत्थ,
३९७६
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