Book Title: Samveg Rangshala
Author(s): Vinayrakshitvijay
Publisher: Shastra Sandesh

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Page 307
________________ ३६१७ २०५७ इय निद्दिट्ठा कंदप्प-भावणा इय निद्दिट्ठा कंदप्प-भावणा इय निब्मच्छिय गिहिणि, इय निययमंससोणियइय निरवग्गहवेरगा-- इय निरुवमसुहहेडं, पज्जइय निव्वुइपहसंदणसमाए, इय निव्वुइपहसंदणसमाए, इय नीसेसाऽऽवरणाऽइय पंचनमोक्कारे, पणिहाणइय पंचममक्खायं, सुयइय पंचमहव्वयभावणाण, इय पंचरूवसामण्ण-लिंगइय पंचसु समिईसुं, इय पइगेहं चिय जणइय पइतक्कररक्ख सइय पउरपावणिहिणो, इय पडिसिद्धो अभओ, इय पडिहयपडिबन्धो, इय पडु पडिदारं आउइय पण्णविओ वि बहुं, इय पण्णविज्जमाणो, इय पत्थुयत्थवित्थर-पत्थाइय परमविभूईए, राया इय परमसमरसापत्तिइय परमसमाही-मंतमइय परिकम्मविहीए. इय परिणामपरिणओ, इय पव्वज्जापडिकूल-जंपिरं इय पसमसारमाऽऽयण्णिऊण, इय पायवोवगमणाऽभिहाणइय पावकमलहिमभरइय पावकलिलजलविब्भ, इय पावकलिलजलविब्भमाए, इय पावजलणजलभरइय पावजलणजलहरइय पुणरुत्तं तीए तज्जिज्जंतो इय पुण्णा वि हु वंछियइय पुत्तसिक्खपडिदारइय पुत्तेण सविणयं, इय पुव्वभवज्जियभूरिइय पुव्वुवदंसियधीरइय पेरणीयपेरग-भावा, इय बज्झकारणवसु-च्छलंतविइय बहुभणितो सो . ३८५४ इय बहुभेयछत्तीसगुण२६१६ इय बहुविहप्पगारं, ४४३१ इय बारसविहभावण-पडल३१९ इय बालमरणभीसण७४० इय बीयं पडिदारं, अट्ठमय१३२२ इय भणइ जहाऽहं तुज्झ, ४८५१ इय भणिउं मुणिवइणो, ९७४८ इय भणिए दढतरपणय९४५६ इय भणिए नरवइणा, ६८४९ इय भणियविहीए गिही, ८१९७ इय भावणवसपाउ१२२३ इय भावणाउ बारस, ५०६५ इय भावसारवसही-दाणेण ७१६८ इय भाविऊण भावेण, १६७० इय भूरिभवपरंपर-दुहसहणु२६६ इय भूरिभेयभिण्णं, १६२६ इय भो थेरा ! सम्म, ६३९ इय भो देवाणुपिया ३३२३ इय भो देवाणुपिया ४१४१ इय भो देवाणुप्पिय ९६०६ इय भो देवाणुप्पिय ७११ इय भो महाणुभावा ५४१ इय भो महाऽणुभावा ७७२९ इय भो महायस! तए, १७७७ इय भो महायस! तुम, ५५५० इय मंतिवयणगाढो३३३५ इय मणअलिमालइमा५२६ इय मणअलिमालइमालियाए, १७४७ इय मयणभुयगगरुलो९७८९ इय मयणभुयगगरुलोवमाए४७१२ इय मह कुदेवजोणि, २१८३ इय महसेणनरिंदो, विविह५२२५ इय महसेणस्स महा-मुणिस्स३७४४ इय महुनरिन्दसंतिय-मक्खाणय९४६६ इय माइणो अणत्थं, १२५९ इय माणधणस्स महिड्ढि१४८६ इय माणपवित्तिनिवित्तिभाव२६६० इय मुणिय खवग ! तं २६७४ इय मुणियजगसरूवो, ११३ इय मुणिय विवेयाऽमय९९२४ इय मुणिवइणा भणिए, २०७२ इय मुणिवेसेण सुरेण, ४३८९ इय मोक्खसाहगगुणाण, १२९१ इय मोक्खसाहणाऽवंझ इय संसारविरत्तो, स ४९८५ इय मोत्तूण पमायं, १३५३ २८७८ इय मोहविसं घायइ, ८८४९ ८९३२ इयरम्मि कसाऽऽईया, ८८५३ इयरस्स य पावपओयणेसु, ९३९ ७०२१ इय रागाऽऽइवसेणं, ५०६६ इय रिक्खठावणाए, ठविठं ३१७४ ९२२ इय रिद्धिजुयं सक्कं, दुटुं ३९७४ ३६४९ इयरी वि तव्विओगेण, ६१०० २४५७ इय रूवमयसमुत्थं, दोसं ६७२३ २०७४ इयरे पुण दोण्णि वि ९२४५ ४०५१ इयरे य सुयाऽऽईया, ५०७८ ८९२६ इयरे वि दो वि सज्झायझाणि, ९२३९ २३०८ इयरो पुण रज्जसिरिं, ६१३६ ४४६३ इयरो य पबलभुयबल ६७५७ ७७४ इयरो य मंतिसामंत ७२५८ १६०१ इयरो य सच्चवाइ त्ति, ५७५१ १००१० इयरो वि सयलरयणि, ८६७० १५०५ इय लाभमयट्ठाणं, सत्तम- ६९३८ ८८१५ इय लेसुद्देसेणं, जोइसदारं ३१८५ ६१०९ इय लोगुत्तरगुणगण १०००४ ७४९६ इय वंकचूलिचरियं, निवेइयं ११३१ ४४२ इय वच्छल त्ति निव्वाण- ४२५९ ४५२२ इय वट्टतो पुत्तय !, २५५२ ३०६ इय वयवणमूलऽग्गि, ८१३९ ४७९६ इय वागरेज्ज हंभो ४२४४ ७६०७ इय वासणापहाणो, धीबलिओ. ३४४१ इय वाससरूवपरूवणापरं ६३५४ २०४२ इय विलसमाणमाणा ५९५७ ३८४२ इय वुत्ते हरिसवसुच्छलन्त- ३५२ ५३६३ इय वेरपरंपरपसम-णट्ठया ४३०९ १४८३ इय संकहाए मुणिणो, ५२०५ ५१३ इय संकिलेसवसगो, ४२९१ ९८३७ इय संखोभवसेणं, लज्जाए ५८६१ ६६८ इय संजमजीवियहरण ४४४७ ६०२१ इय संथारगओ सो, ५३६० ९६०७ इय संलत्तो घिट्ठिम १४०४ ५९९३ इय संवेगाऽऽइहियऽत्थ ४७ ५९४४ इय संवेगोवगओ, ५५४१ ८७९५ इय संवेगोवगओ राया ३८४ ६५२५ इय संवेगोवगतो, सरिउं ६२६६ ९३७ इय संवेगोवगयस्स, १७३१ ९९३६ इय संसारमहोयहि-तरीए १६९० ८८६१ इय संसारमहोयहि-तरीए ९३०६ २२८९ इय संसारविरत्तो, स ५१७२

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