Book Title: Samavayanga Sutra Author(s): Sudharmaswami, Hirsundar Muni Publisher: Jaiselmer View full book textPage 9
________________ यासब्याजाविसमाईविना श्रीसरसीमस्या समानारणा कर्मश्की कर्मातापटाला सर्वपुरकसारी सीमाया कृताधास्वास्थ मुकास्पा एकीसाहाशस्पराछामा नसीत सिहियाजीराजानासिलिनिशिविलासीसिपाही रूपधाममा मकरस्या शिवारापूसंघयादिश्चाजमनकरा एमचनकायकवायप्तिापछि मननमापवि. यमal डीयतका गणनsaxणिक मादकाच्यसा व प्रतिकटप्तिक मनोयति॥ वनय बीयाली शामणकरीश्चात्माकोशाचा शिरगतिमा जरका तंजसिंति"कायतकहा" प्रणा बाद कायदे वह भणगुती वध (विकही काय यक्षिणि सिल्पवैतारतामरमी मायामशहा निदानापनपसंयम। मिताल्पतेहरेशयुणिमारकरी या महाजकीय परिसत्यासधूसत्यजक शव्यतमायाश करीवादिकपीवी समीनमंशमदिन स्मारिवासिंसायकवा दायकपणाहीतकहने एपक्षमा विपरीतमनकरिया लमाहिसमदानवकारणा बाबाल्पा गुती कायगुप्तावसन.घनेतासह विरामिवादेसरा माननगारखापनall हमारवनशदिनी मकरीमकरा सातादेय हिनधाशावादिकनीक शिकस्वादेश मिविराधमा सगतेसम्पकनिकायकाधि करवा सूबादिकज्ञानतेर समतदमविरादानव हमलकरीसिमानकर अात्मा सरिक व वरकरामाता खनाasn नाविराधनाश्त्यनीक वादवामदर्शविराधना याप्रातारकरार नवरसगारवा गार याकरिवननशान विराधना जहा इहीगारद सारद साराारवणं रविराणा हानासविरागा साविक्षण all विमा मृगानारनवविलिला पनविलिताशका जवानका विमिताराका माचनकऋषिणिक फवनचा विशि मगवेकह्या शकह्या BAR तविशक्षण मिनामित तिने सरकतमिहार के कति सितारे' में अजीइसकते २0Page Navigation
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