Book Title: Samadhimaran
Author(s): Rajjan Kumar
Publisher: Parshwanath Shodhpith Varanasi
View full book text
________________
१८५
जैनधर्म में समाधिमरण की परम्परा
वही, शिलालेख नं०-४९४, पृ०-३४१. ६२. पार्श्व सेनबोव.......माडि......सुरलोक प्रापितनादम् ।
वही, शिलालेख नं०-४९७, पृ०-३४७. ६३. ...........सोयि-देवि आनन्द.....समाधि विधियिं मुडिपि सुर-लोकव.......!
वही, शिलालेख नं०-५००, पृ०-३५ ०. ६४. ..पुष्पसेन मुडिपिदनोलबिम् । ........अकलङ्क व्रतियनोय्य तक्कुदे धात्रा ।।
वही, शिलालेख नं०-५०३, पृ०-३५२ एवं ३५३. ६५. .....यादगवुड समाधि-विधियिं मुडिपि .......!
वही, शिलालेख नं०-५४२, पृ०-३८१. ६६. .....पायण्ण सकल-सन्यसन-सल्लेखन...............!
वही, शिलालेख नं०-५९७, पृ०-४३३. ६७. ..भव-रोगक्के सु-वैद्यनोवभयचन्द्रं...अरिडात्मीय-समाधियं..साहारमं देहमं ।।
वही, शिलालेख नं०-५२४. पृ०-३७२. ६८. श्रीमद्रामचंद्र-मलधारि देवरू........समाधियेन्दु.....सन्यसनपूर्वकं ।
वही, शिलालेख नं०-५८४, पृ०-३८५. ६९. ......मगलु सिरियब्वे समाधिविधियिं मुडिपि....।
वही, शिलालेख नं०-५३४, पृ०-३७८. ७०. दण्डेश-माधवं.....दित्यस्समाधि-विधिना भुवि ।
वही, शिलालेख नं०-५४०, पृ०-३८०. ७१. बोम्मण्णनु समाधि-विधियिं मुडिपि स्वर्ग लोक प्राप्तनादनु ।
वही, शिलालेख नं० ५६८, पृ० ४००. ७२. ....लक्ष्मि बोम्मक्कनु समाधि विधियिं मुडिपि स्वर्ग-लोक-प्राप्तियादल।
वही, शिलालेख नं०-५६९, पृ०-४०१. ७३. गोपणो भूषणात्तो...आतन समाधि-विधानमेन्तेन्दोडे ।
वही, शिलालेख नं०-६१०, पृ०-४५३. ७४. ......भगिरथि तालिद्दलायत- स्वर्ग-सौख्यमं ।
वही, शिलालेख नं०-६४१, पृ०-४८८. ७५. .....समाधिविधियिं .....सिङ्गिमय्यनमरेन्द्रावासमं..... ।९।।
जैन शिलालेख संग्रह, भाग १, शिलालेख नं०-५२, पृ०-८७. ७६. श्री चन्द्रप्रभदेव-देव-मरणे शास्त्रार्णवं शोषितम् ।
- जैन शिलालेख संग्रह, भाग ३, शिलालेख नं०-४१०, पृ०-२०१.
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org

Page Navigation
1 ... 196 197 198 199 200 201 202 203 204 205 206 207 208 209 210 211 212 213 214 215 216 217 218 219 220 221 222 223 224 225 226 227 228 229 230 231 232 233 234 235 236 237 238