Book Title: Samadhimaran
Author(s): Rajjan Kumar
Publisher: Parshwanath Shodhpith Varanasi

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Page 196
________________ जैनधर्म में समाधिमरण की परम्परा २३. महादेवन्मुनिपुङ्गवत्रदर्पि कलु पेपं महातवन्मरणप्पे तनगा...... । वही शिलालेख नं०-१९३. पृ०-३१५ २४. नमिलूरा सिरिसङ्घद् आजिगणदा राज्ञीमती गन्तिार् । वही शिलालेख नं०-१९४ (२०७), पृ०-३ १७. २५. इन्द्रनन्दि आचार्य .......श्वररि । वही, शिलालेख नं०-१९४ (२०५) पृ०-३१६-१७. २६. तनगे मृत्यु-वरवानरिदे पेर्वाण-वंशदोन् । वही, शिलालेख नं०-१९४ (२०८) पृ०-३१७. २७. जन्नल् नविलूर अनेकगुणदा.... श्रासङ्घ.......... । वही, शिलालेख नं०-१९४ (२११), पृ०-३१८.. २८.. चेन्ददे बुद्धिय हारमनि....तियु....य मावि अब्बेगल् । वही, शिलालेख नं०-१९४ (२१४) पृ० -३१८. २९ ....नि.... पौत्र...नन्दिमुनिप....सिद्धिस्थनादम् । वही, शिलालेख नं०-१९४ (२१७) पृ०-३ १९. ३०. तमगे मृत्युवरवानरिंद श्री पुर्त्तिय .....। वही, शिलालेख नं०-१९४ (२१९). पृ० -३११. ३१. जैन शिलालेख संग्रह (भाग २), शिलालेख नं०-१४०, पृ०-१६३-१६४. ३२. जैन शिलालेख (भाग ३), शिलालेख नं०-४५९, पृ०-३०८. ३३. ......रविचन्द्र-भटारर् संन्यसनं गेय्दु मुडिपिदर्.......... जैन शिलालेख-संग्रह भाग २, शिलालेख नं०-१५८, पृ० - २००. ३४. .......स्य सकल-सममेन्दु दर्म गेयदु सन्यसद ............। वही, शिलालेख नं०-१५९, पृ० - २०१. ३५. बिमलचन्द्र-पण्डित-देवर् सन्यासन विधियिं मुडिपि..... वही, शिलालेख नं०-१६६, पृ०-२०७., ३६. .......... सन्यास-विधानदिं मुडिपि पूज्यं वज्रपाणि-व्रतीश्वर........ __ वही, शिलालेख नं०-१७८, पृ०-२१९. ३७. .....प्रभाचन्द्र-देवर निसिधि......। वही, शिलालेख नं०-१८०, पृ०-२२०. ३८. बिडिसि समाधियं पडेदुदेल्लियुमच्चरि जक्कियब्बेय ।। वही, शिलालेख नं० १८३, पृ० २२६. ३९. .........किविरियय्यङ्गल चाङ्गलद बसदियोल् पन्नेरडं नोन्तु मुडिपि । वही, शिलालेख नं०-१८४, पृ०-२२६. Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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