Book Title: Saddha Param Dullaha Author(s): Devendramuni Publisher: Tarak Guru Jain Granthalay View full book textPage 6
________________ समाजसेवी प्रमुख उद्योगपति डा0 रामानंद जैन, दिल्ली मानवता की सेवा और राष्ट्रीय गौरव का विकास-यही जिनका लक्ष्य है, वे हैं- श्री रामानन्द जैन । आपका जन्म सन १९२० में एक धार्मिक परिवार में हुआ। धर्म की प्रेरणा आपको अपने पितामह श्री अभयसिंह जी और पूज्य पिता श्री उधमसिंह जी से बचपन से ही प्राप्त होती रही। बाल्यकाल में ही पूज्य मुनि कस्तूरमल जी म. और उनके शिष्य अमरमुनि जी म. के चातुर्मास से धार्मिक संस्कार और भी दृढ़ हुए । पंजाब केसरी पूज्य श्री प्रेमचन्द जी म. और महासती केसरा जी आपकी धार्मिक गतिविधियों और वृत्तियों के सतत प्रेरणा स्रोत रहे । ____ आप कोल्हापुर रोड, सब्जी मंडी, दिल्ली एस. एस. जैन सभा २५ वर्षों से अध्यक्ष रहे हैं और अखिल भारतवर्षीय श्वेताम्बर स्थानकवासी जैन कान्फ्रस, दिल्ली के उपाध्यक्ष पद को सुशोभित किया है। आपके समाज की सभी गतिविधियों/कार्यों में उत्साहपूर्वक भाग लेते हैं। __ समाज सेवा के कार्यों में भी आप अग्रगण्य है। कोल्हापुर रोड जैन स्थानक का भव्य निर्माण भी आपको सक्रिय प्रेरणाओं का सुफल है, तथा उसमें विशाल व्याख्यान हाल, उधमसिह जन प्रवचन हाल, जिसमें २५०० श्रोता बैठकर प्रवचन सुन सकते हैं, आपके द्वारा ही निर्मित हुआ। इसमें प्रथम चातुर्मास आचार्य सम्राट आनन्द ऋषि जी म. का हुआ तथा अन्य संतों के चातुर्मास भी होते ही रहते हैं । Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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