Book Title: Rajasthani Hastlikhit Granthsuchi Part 01
Author(s): Jinvijay
Publisher: Rajasthan Prachyavidya Pratishthan Jodhpur

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Page 13
________________ राजस्थान प्राच्यविद्या प्रतिष्ठान--राजस्थानी हस्तलिखित अथ सूची, भाग-१ ] क्माङ्क | ग्रन्थाङ्क ग्रन्थ नाम कर्ता आदि ज्ञातव्य लिपि समय | पत्र सख्या | विशेष उल्लेखनीय ७४ | २८६३ - | अभयदेव सूरि गच्छ निर्णय (१२६) ७५ ४४५२(१६)| अभिसारिका वर्णन गीत प्रादि अमरतज राजा | रास रतन विमल १६१७१९०-१९१ | १६० वें पत्र मे अन्य ग्रन्थो के अवतरण है, १९१वें पत्र में अन्य गच्छो के ३४ मुनियो की साक्षी है, पत्तन में लिखित लि क हीरकलश १८वीं १८ व १६७५ २-१८ | प्रथम पत्र अप्राप्त, स० १६०६ में रचित १७०० स० १६०६ मे रचित, सारणमध्ये, ऋषि कचरा झाझण शिष्य लिखित १६१७ १९वी २७-२९ लि स्था दाध्या ७१४१ | अमरवत्त मित्रानव चरित्र रास | देवगुप्त चद्रसूरीश्वर २८ ४३६१ २३६८ अमरसिंघजी को सिलोको ३२१३ २०६७(१) अमरसेन वयरसेन चोपाई ८० जयरग १७७२ स० १७०० मे रचित, पत्तन मे लिखित स०१६६६ मे सागानेर में रचित १२ । २० १८वीं १८४६ १८वी १६वी रास ३८६३ ५११७ २०७० ११२२ (५) ६६०२ ४२०६ पुण्यकीर्ति विजयहर्ष राजसुन्दर राजो सवाई प्रतापसिह | स० १६६७ मे जालोर में रचित अमल रो छद अम्रितसागर २, ३, ४, ५ वें पत्र प्राप्त २२८ २७८ १८७६ "

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