Book Title: Prakritsarvaswam
Author(s): Markandey, Krushnachandra Acharya
Publisher: Prakrit Text Society Ahmedabad

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Page 375
________________ 204 प्राकृतसर्वस्वम् । पउंजइ = प्रयुङ्क्ते 7. 67. प(-पा)डिसिद्धी = प्रतिसिद्धिः 1. 3. पउत्तो = प्रवृत्तः I. 35. पडिहारी = प्रतिहारी 2. 10. पउत्थं, पवसि = प्रोषितम् 7. 182. पडुई = पट्वी 3. 94. पउमं, पोम्म = पद्मम् 3. 94; 4. 64. पढइ = पठति 2. 11. पउमा, पोम्मा, पोम्मराओ पद्मा 3. 94. पटतो, पढमाणो = पठन् 6. 17. पउरिसं = पौरुषम् 1. 28, 49. पढावेइ, पढेइ, पाढइ = पाठयति 6. 47. पउरुसं = पौरुषम् 9. 15. पढिअ, पटुअ = पठित्वा 15. 10. पउरो = पौरः I. 49. पढीअइ = पठ्यते 6. 2. पओट्ठो, पवट्ठो = प्रकोष्ठः 1. 47. पदुमं, पुढमं, पुढुमं = प्रथमम् 1. 5. पओहरो = पयोधरः 2. 30. पणामेइ = उपनयति 7. 102. पक्खो = पक्षः 3. 37. पने = वनम् 20. 10. पखमलनअना = पक्ष्मलनयना 19. 12. पंटितो = पण्डितः 19. 7. पग्गले = प्रमत्तः 13. 9. पंडिदो= पण्डितः 6. 18. पंगणं = प्राङ्गणम् 13. 7. पण्णरह = पञ्चदश 3. 57. पंगुरणं, पंगुरणु प्रावरणम् 4. 64. 17.9. पण्णवीसा = पञ्चविंशतिः 3. 57. पचइ( -ए) = पचति 6.2. पण्णसई = पञ्चशती 3. 57. पंचहुत्तं = पञ्चकृत्वः 4. 53. पण्णाडइ, परिहइ = विलोलति 7. 125. पच्छं = पथ्यम् 3. 31, पण्णासा = पञ्चाशत् 3. 57. पच्छिम = पश्चिमम् 3. 53. पण्हा, पण्हो = प्रश्नः 4. 29. पज्जुण्णो = प्रद्युम्नः 3. 57. पत्तिाअइ = प्रत्येति 7. 155. पज्झरइ = प्रक्षरति 7. 57. पत्थरु = प्रस्तरः 17. 2. पट्टणं = पत्तनम् 3. 28. पत्थ( -त्था )वो = प्रस्तावः 1. 13. पट्ठति = वर्धते 20. 9. पत्थिदो = प्रस्थितः 3. 70. पडइ = पतति 7.74. पई = पद्यम् 3. 32. पडाआ = पताका 2. 10. पंती = पतिः 4. 23. पडिआरो = प्रतिकारः 2. 10. पप्फुट्टइ, पप्फोडइ = प्रस्फुटति 7. 147. पडिंसुअं = प्रतिश्रुतम् 4. 20. पब्भो, पहो = प्रह्वः 3. 62. पडिच्छइ = प्रतीच्छति 7. 132. पमिल्लइ, पमीलइ = प्रमीलति 7. 86. प( –पा )डिफद्धी = प्रतिस्पर्धी 1. 3. पम्हअइ = प्रस्मरति 7. 18. पडिदु = पतितम् 16. 5. पम्हलं = पक्ष्मलम् 3. 43. पडिमा = प्रतिमा 2.7. पय्छे = पक्षः 20. 6. प(-पा )डिवआ = प्रतिपत् 1. 3. परजाणुओ, परण्णुओ = परज्ञः 3. 6. पडिवणं = प्रतिपन्नम् 2. 10, 42. परप्परं, परुष्परं, परोप्परं, परोवरं = पडिवालेइ = प्रतिपालयति 7. 158. परस्परम् 4.1. Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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