Book Title: Prakritsarvaswam
Author(s): Markandey, Krushnachandra Acharya
Publisher: Prakrit Text Society Ahmedabad

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Page 384
________________ Glossary 213 विला = वनिता 4. 64. वेण्हू = विष्णुः 1. 15. विलभेद = खेदयति 7. 63. वेदसो = वेतसः 9. 2. विलवह = विलपति 7. 129. वेमइ = भनक्ति 7. 142. विलिओ = वीडितः 1. 21. वेरुलिअं = वैदूर्यम् 4. 64. विलुलइ = विलोलति 7. 125. वेल्ली = वल्ली 1. 7. विव = इव 8. 14. वेसा, वेस्सा = वेश्या 3.75. विवुदो = विवृतः 2. 7. वेसुमो = वेश्म 3. 94. विश्तंतो = वृत्तान्तः 12. 7. वोक्कई = उन्नदति 7. 143. विसर्ट = विकसितम् 7. 183. . वोच्छं = वक्ष्यामि 6. 29. विसंतुलं = विसंस्थुलम् 3. 15. वोत्तन्वं = वक्तव्यम् 7. 102. विसो = वृषः 1. 34. वोलइ = कामति 7. 134. विस्समइ, वीसमइ = विश्रामयति 3.75. वोलीणं = क्रान्तम् 7. 182. विस्ससह, वीससइ = विश्वसिति 3.75. वोसर्ट = विकसितम् 7. 182. विस्लामो वीसामो = विश्रामः 3. 75. ब्राक्रोसु = व्याक्रोशः 17. 3. विस्से = विश्वे 5.53. जागरणु = व्याकरणम् 17. 3. विहलो = विह्वलः 3. 63. वाडि = ब्याडिः 17. 3. विहवं = विभवम् 9. 1. वासु = व्यासः 17. 3. विहसा( -हासा )वि = विहसितम् व्व = इव 9. 157. 6. 68. श वीसई = विंशतिः 4. 5. वीसा = विंशतिः 4. 5. शइलिणी = स्वैरिणी 13. 7. वीसासो = विश्वासः 4. 3. शलिश्चे, शलिच्छे = सदृक्षः 13. 2. वुकंति = गर्जन्ति 13. 9. शिलि = शिरः 12. 26. श्चिण्ट = तिष्ठ 12. 32. वुच्चदि = ब्रूते 9. 113. वुडो = वृद्धः 3. 36. वुत्तंतो = वृत्तान्तः 1. 35. सभइ = स्वदते 7. 152. वुत्ती = वृत्तिः 1. 35. सअढं == शकटम् 2. 19. वुदं = वृतम् 1.35. सअंभुणो = स्वयंभुवः 5. 12. वुब्भइ = उह्यते 7. 176. सअलु, सगलु = सकलः 17. 2. वे, वे = संबोधनेऽव्ययम् 8. 26. सइ = सदा 1. 14. वे, वेण्णि := द्वे 5. 116. सइरं = स्वैरम् 1. 43. वेअणा = वेदना 9. 11. सइवो = सचिवः 2.2. वेच्छं = विदिष्यामि 6.29. सई = शची 2. 2. वेडिसो = वेतसः 1. 4; 2. 10. सउमो = सम 3. 94. Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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