Book Title: Prakrit Vyakarana Author(s): Kamalchand Sogani Publisher: Apbhramsa Sahitya AcademyPage 80
________________ ___2. कालवाचक क्रियाविशेषण अव्यय इयाणिं/इयाणि = इस समय तयाणि/तयाणिं __= उस समय जइया = जब कइया कब = तब जब तक कब = फिर एक्कसि/एक्कसि] एगइया/एगया । कल्लिं एक समय में = आने वाला कल/ गया हुआ कल = आगामी कल पगे = प्रातः काल अज्ज/अज्ज आज पायं प्रभात सायं पइदिणं णत्तं संध्या समय = प्रतिदिन = रात के समय = रात में दोसा प्राकृतव्याकरण : सन्धि-समास-कारक -तद्धित-स्त्रीप्रत्यय-अव्यय (71) Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
1 ... 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96