Book Title: Prakrit Vyakarana
Author(s): Kamalchand Sogani
Publisher: Apbhramsa Sahitya Academy

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Page 78
________________ = यहाँ कओ इओ = कहाँ से - यहाँ से __ कहाँ कहिं जत्थ __ जहाँ कत्थइ = कहीं पर/किसी जगह - सब ओर से सव्वओ (ii) उवरि/अवरिं/ अवरि/उवरि । अह/अहे/अहत्ता ऊपर = नीचे पच्छा अग्गओ पिछला भाग/पीछे की ओर = आगे/सामने = आगे पुरओ बहिया/बहि/ बहिं/बहित्ता । __ बाहर अन्तो भीतर समया पास उप्पिं अभितो/अभिदो = ऊपर = चारों ओर से प्राकृतव्याकरण: सन्धि-समास-कारक-तद्धित-स्त्रीप्रत्यय-अव्यय (69) Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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