Book Title: Prakrit Hindi Vyakaran Part 02
Author(s): Kamalchand Sogani, Shakuntala Jain
Publisher: Apbhramsa Sahitya Academy

Previous | Next

Page 93
________________ 88. ढूँढना अथवा खोजनाः (1) दुंदुल्ल (2) ढंढोल (3) गमेस (4) घत्त (5) गवेस आलिंगन करना अथवा गले लगनाः (1) सामग्ग (2) अवयास (3) परिअन्त (4) सिलेस 90. . स्निग्ध करना अथवा घी तेल आदि लगानाः (1) चोप्पड (2) मक्ख 91. चाहना अथवा अभिलाषा करनाः (1) आह (2) अहिलंघ (3) अहिलंख (4) वच्च (5) वम्फ (6). सिह (7) मह (8) विलुप (9) कंख 92. राह देखना, बाट जोहना अथवा प्रतीक्षा करनाः (1) सामय (2) विहीर (3) विरमाल (4) पडिक्ख 93. छीलना अथवा काटनाः (1) तच्छ (2) चच्छ (3) रंप (4) रंफ (5) तक्ख । धरना अथवा रखनाः (1) णिम (2) णुम 95. ग्रसना, निगलना अथवा भक्षण करनाः (1) घिस (2) गस 96. सम्यक प्रकार से ग्रहण करना अथवा अच्छी तरह से हृदयंगम करनाः (1) ओवाह (2) ओगाह 97. आरोहण करना अथवा चढ़नाः (1) चड (2) वलग्ग (3) आरुह 98. जलाना अथवा दहन करनाः (1) अहिऊल (2) आलुंख (3) डह 99. ग्रहण करना अथवा लेनाः (1) वल (2) गेण्ह (3) हर (4) पंग (5) निरुवार (6) अहिपच्चुअ प्राकृत-हिन्दी-व्याकरण (भाग-2) (82) Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122 123 124 125 126 127 128 129 130 131 132 133 134 135 136 137 138 139 140 141 142 143 144 145 146 147 148 149 150