Book Title: Prakrit Hindi Vyakaran Part 02
Author(s): Kamalchand Sogani, Shakuntala Jain
Publisher: Apbhramsa Sahitya Academy

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Page 147
________________ 1. 2. 3. संदर्भ ग्रन्थ हेमचन्द्र प्राकृत व्याकरण, भाग 1-2 व्याख्याता श्री प्यारचन्द जी महाराज (श्री जैन दिवाकर-दिव्य ज्योति कार्यालय, मेवाड़ी बाजार, ब्यावर) . प्राकृत भाषाओं का व्याकरण : लेखक -डॉ. आर. पिशल हिन्दी अनुवादक - डॉ. हेमचन्द्र जोशी (बिहार राष्ट्रभाषा परिषद्, पटना) पाइय-सद्द-महण्णवो : पं. हरगोविन्ददास त्रिविक्रमचन्द्र सेठ (प्राकृत ग्रन्थ परिषद्, वाराणसी प्रौढ प्राकृत रचना सौरभ, भाग-1 : डॉ. कमलचन्द सोगाणी (अपभ्रंश साहित्य अकादमी, जयपुर) प्राकृत-व्याकरण : डॉ. कमलचन्द सोगाणी संधि-समास-कारक-तद्धित (अपभ्रंश साहित्य स्त्री प्रत्यय-अव्यय वररुचि-प्राकृतप्रकाश (भाग-1) : डॉ. कमलचन्द सोगाणी श्रीमती सीमा ढींगरा (अपभ्रंश साहित्य अकादमी, जयपुर) वररुचि-प्राकृतप्रकाश (भाग-2) : डॉ. कमलचन्द सोगाणी 4. 5. साहित्य पुर) 6. 7. श्रीमती सीमा ढींगरा 8. प्राकृत अभ्यास सौरभ (अपभ्रंश साहित्य अकादमी, जयपुर) : डॉ. कमलचन्द सोगाणी (अपभ्रंश साहित्य अकादमी, जयपुर) प्राकृत-हिन्दी-व्याकरण (भाग-2) (128) Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

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