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अनुक्रमणिका
१) श्रीपार्श्वनाथजीकी स्तुति २) पहला अधिकार
मरुभूतिभव वर्णन | ३) दूसरा अधिकार
गज स्वर्ग गमन विद्याधर भव विद्युत्प्रभदेव भव वर्णन । ४) तीसरा अधिकार
वज्रनाभ अहमिन्द्र सुख भिल्ल नरक दुःख वर्णन । ५) चौथा अधिकार
आनन्दराय इन्द्रपद प्राप्ति वर्णन । ६) पाँचवा अधिकार
गर्भावतारवर्णनं । ७) छठा अधिकार
श्री जिनेन्द्र जन्मोत्सव वर्णन । ८) सातवाँ अधिकार
भगवत् वैराग्य प्राप्त दीक्षा कल्याणक वर्णन । ९) आठवाँ अधिकार
ज्ञान कल्याणक वर्णन । १०) नौवाँ अधिकार
भगवान निर्वाण गमन वर्णन |
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११) पार्श्वपुराण-ग्रन्थ का सार
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