Book Title: Parmatma ka Abhishek Ek Vigyan Author(s): Jineshratnasagar Publisher: Adinath PrakashanPage 97
________________ 436. ॐ अहँ अलक्ष्याय नमः 437. ॐ अहँ अकापाय नमः 438. ॐ अहँ वदतांवराय नमः 439. ॐ अहँ विशदाय नमः 440. ॐ अहँ विज्ञाय नमः 441. ॐ अहँ अक्षयाय नमः 442. ॐ अहँ सेचनकाय नमः 443. ॐ अहँ तत्वज्ञाय नमः 444. ॐ अहँ शान्तात्मने नमः 445. ॐ अहँ नित्याय नमः 446. ॐ अहँ त्रिलोकविदे नमः 447. ॐ अहँ व्यक्ताय नमः 448. ॐ अहँ विदांवराय नमः 449. ॐ अहँ सत्यवाचे नमः 450. ॐ अहँ सत्यवाचे नमः 451. ॐ अहँ सोममूर्तये नमः 452. ॐ अहँ सिद्धात्मने नमः 453. ॐ अहँ अजय्याय नमः 454. ॐ अहँ अस्मराय नमः 455. ॐ अहँ विश्ववन्धवे नमः 456. ॐ अहँ विश्वाधारिणे नमः 457. ॐ अहँ विश्वेशाय नमः 456. ॐ अहँ विदुषे नमः 457. ॐ अहँ प्रभवे नमः 458. ॐ अर्ह वीतरागाय नमः 459. ॐ अहँ रंजनाय नमः 460. ॐ अहँ विश्वाधारिणे नमः 461. ॐ अहँ विश्वेशाय नमः 462. ॐ अहँ विदुषे नमः 463. ॐ अहँ प्रभवे नमः 464. ॐ अर्ह वीतरागाय नमः 465. ॐ अहँ रंजनाय नमः 466. ॐ अर्ह विश्वाभृताय नमः 467. ॐ अहँ विकाशाय नमः 468. ॐ अर्ह विश्वत्राताय नमः 469. ॐ अहँ बैरंगिकाय नमः 470. ॐ अहँ प्रतीक्षाय नमः 471. ॐ अहँ धीराय नमः 472. ॐ अर्ह वीतमत्सराय नमः 473. ॐ अहँ जनश्रेष्ठाय नमः 474. ॐ अहँ शिवंकराय नमः 475. ॐ अहँ सदाभाविने नमः 476. ॐ अहँ विशदाशयाय नमः 477. ॐ अहँ विश्वविख्याताय नमः 478. ॐ अहँ विशारदाय नमः 479. ॐ अहँ विश्वविख्याताय नमः 480. ॐ अहँ विशारदाय नमः 481. ॐ अहँ कामाय नमः । 482. ॐ अहँ विश्वैकवत्सलाय नमः 483. ॐ अहँ जनताबन्धवे नमः 484. ॐ अहँ अमेयात्मने नमः 485. __ ॐ अहँ जगत्पतये नमः 486. ॐ अहँ विश्वपाय नमः 487. ॐ अहँ विश्वनाथाय नमः 488. ॐ अर्ह विभवे नमः। 489. ॐ अहँ प्रशान्तारये नमः 490. ॐ अहँ विश्वनायकाय नमः 491. ॐ अहँ निःसम्पन्नाय नमः 492. ॐ अहँ विश्वसिश्रुताय नमः 493. ॐ अहँ विवुधसेव्याय नमः 494. ॐ अहँ विरागवते नमः 495. ॐ अहँ विमलाय नमः 496. ॐ अहँ विश्वेशाय नमः 497. ॐ अहँ विकस्वराय नमःPage Navigation
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