Book Title: Parmatma ka Abhishek Ek Vigyan
Author(s): Jineshratnasagar
Publisher: Adinath Prakashan

Previous | Next

Page 95
________________ 307. ॐ अहँ धनाधनाय नमः 308. ॐ अहँ स्थिराय नमः 309. ॐ अहँ स्थिरस्थेष्टाय नमः 310. ॐ अहँ दयापराय नमः 311. ॐ अहँ दानवते नमः 312. ॐ अहँ दाययुक्ताय नमः 313. ॐ अहँ दमितारये नमः 314. ॐ अहँ दयालवे नमः । 315. ॐ अहँ स्थविष्टाय नमः 316. ॐ अहँ स्थवीयवते नमः । 317. ॐ अहँ देववल्लभाय नमः 318. ॐ अहँ सूक्ष्मविचारज्ञाय नमः 319. ॐ अहँ दयांचिताय नमः 320. ॐ अहँ दयामयाय नमः 321. ॐ अहँ देवसत्तमाय नमः 322. ॐ अहँ दानप्रदाय नमः 323. ॐ अहँ दुभिध्वनिनिरुत्तमाय नमः 324. ॐ अहँ दिव्यभाषासाधवे नमः 325. ॐ अहँ देवमतल्लिकाय नमः 326. ॐ अहँ देव सेव्याय नमः 327. ॐ अहँ दक्षाय नमः 328. ॐ अहँ दयाकराय नमः 329. ॐ अहँ दानाल्पितसुरद्रुमाय नमः 330. ॐ अहँ दयागर्भाय नमः 331. ॐ अहँ दलितोत्कटपातकाय नमः 332. ॐ अहँ दृढाचारिणे नमः 334. ॐ अहँ दमितेंद्रियाय नमः 335. ॐ अहँ दृढधैर्याय नमः 336. ॐ अहँ दृढसंयमिने नमः 337. ॐ अहँ दयाश्रेष्ठाय नमः 338. ॐ अहँ शरण्याय नमः 339. ॐ अहँ स्थेयानाय नमः 340. ॐ अर्ह दुःखहर्त्रे नमः 341. ॐ अहँ दयाचंचवे नमः 342. ॐ अहँ देवार्याय नमः 343. ॐ अहँ दीप्ताय नमः 344. ॐ अहँ नित्याय नमः 345. ॐ अहँ दिव्यभाषापतये नमः 346. ॐ अहँ दमिने नमः । 347. ॐ अहँ दांतात्मने नमः 348. ॐ अर्हं दिव्यमूर्तये नमः 349. ॐ अहँ दयाध्वजाय नमः 350. ॐ अहँ धीमते नमः 351. ॐ अहँ दुःखहारिणे नमः 352. ॐ अहँ दलितपापाय नमः 353. ॐ अहँ दृढधर्माय नमः 354. ॐ अहँ दृढव्रताय नमः 355. ॐ अहँ दृढशिलाय नमः 356. ॐ अहँ दृढ़ यानवते नमः 357. ॐ अहँ दृढक्रियाकराय नमः 358. ॐ अहँ दाक्षिण्याय नमः 359. ॐ अहँ देवप्रष्ठाय नमः 360. ॐ अहँ व्यतीताशेषबंधनाय नमः 361. ॐ अहँ दानशौण्डीराय नमः 362. ॐ अहँ खगसेविताय नमः 363. ॐ अहँ महोत्साहाय नमः 364. ॐ अहँ चिपमनोवृत्तये नमः 365. ॐ अहँ स्वयंबुद्धाय नमः 366. ॐ अहँ दमांचिताय नमः 367. ॐ अहँ कलादक्षाय नमः 368. ॐ अहँ महासूक्ष्माय नमः 369. ॐ अहँ भव्यलक्षणाय नमः

Loading...

Page Navigation
1 ... 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106