Book Title: Parmatma ka Abhishek Ek Vigyan
Author(s): Jineshratnasagar
Publisher: Adinath Prakashan

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Page 101
________________ 697. ॐ अहँ घनध्वनये नमः 730. ॐ अहँ लोकवल्लभाय नमः 698. ॐ अहँ धनज्ञानाय नमः 731. ॐ अहँ लोकमन्दिराय नमः 699. ॐ अहँ धनरोगहंत्रे नमः 732. ॐ अहँ लोककुंजराय नमः 700. ॐ अहँ गतार्तये नमः 733. ॐ अहँ लोकशौंडीराय नमः 701. ॐ अहँ समन्विताय नमः 734. ॐ अहँ लोकसंस्तुताय नमः 702. ॐ अहँ धनश्रेयसे नमः 735. ॐ अहँ लोकधौरेयाय नमः 703. ॐ अहँ जैश्वर्यमंडिताय नमः 736. ॐ अहँ महाकायाय नमः 704. ॐ अहँ मुमुक्षुकाय नमः ____737. ॐ अहँ महायोगात्मने नमः 705. ॐ अहँ लोकेशाय नमः 738. ॐ अहँ महायोगिने नमः 706. ॐ अहँ लोकार्काय नमः __739. ॐ अहँ महायमिने नमः 707. ॐ अहँ लोकसार्वाय नमः 740. ॐ अहँ हर्षदाय नमः 708. ॐ अहँ लोकज्ञाय नमः 741. ॐ अहँ तृष्टाय नमः 709. ॐ अर्ह लोकेन्द्राय नमः '742. ॐ अहँ सुमत्यै नमः 710. ॐ अहँ लोकााय नमः 743. ॐ अहँ सहिष्णवे नमः 711. ॐ अहँ लोकविल्लोकाय नमः 744. ॐ अहँ पुष्टाय नमः 712. ॐ अहँ लोकानालोकाय नमः 745. ॐ अहँ सदाभवाय नमः 713. ॐ अहं गतमोहाय नमः 746. ॐ अहं शिष्टाय नमः 714. ॐ अहँ गीर्वाणपूजिताय नमः 747. ॐ अहँ शारदाय नमः 715. ॐ अहँ नंद्याय नमः 748. ॐ अहँ हतकर्मणे नमः 716. ॐ अहँ खेदज्ञाय नमः 749. ॐ अहँ हतार्तये नमः 717. ॐ अहँ गीर्वाणेशाय नमः 750. ॐ अहं पुण्यवते नमः 718. ॐ अहँ घातिकर्मनाशकाय नमः 751. ॐ अहँ प्रतिभुवे नमः 719. ॐ अहँ खेदहरॆ नमः 752. ॐ अहँ यशस्विने नमः 720. ॐ अहँ धनयोगाय नमः 753. ॐ अहँ शुभ्राय नमः 721. ॐ अहँ धनदाय नमः . 754. ॐ अहँ हतदुर्भगाय नमः 722. ॐ अहँ उत्तमातमने नमः 755. ॐ अहँ प्रतात्मने नमः 723. ॐ अहँ धनमोदाय नमः 756. ॐ अहँ अंतीद्रियाय नमः 724. ॐ अहँ धनधर्माभ्यां नमः 757. ॐ अहँ अचिंत्यद्धय नमः ॐ अहँ शिरोमणये नमः 758. ॐ अहँ मोक्षदायकाय नमः 726. ॐ अहँ कृष्णाय नमः 759. ॐ अहँ महाधिभुदे नमः 727. ॐ अहँ लोकनायकाय नमः 760. ॐ अहँ महायोगविदे नमः 728. ॐ अहँ लोकालोकपुरंदराय नमः 761. ॐ अहँ महायोगपालाय नमः 729. ॐ अहँ लोकराजाय नमः 762. ॐ अहँ महायमांतकृताय नमः 725.

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