Book Title: Parmatma ka Abhishek Ek Vigyan
Author(s): Jineshratnasagar
Publisher: Adinath Prakashan

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Page 100
________________ 631. ॐ अहँ कृतांतज्ञाय नमः 632. ॐ अहँ कृपावते नमः 633. ॐ अहँ कृतांतार्थप्ररूपकाय नमः 634. ॐ अहँ कृपासिंधवे नमः 635. ॐ अहँ कृत क्रियायै नमः 636. ॐ अहँ सिद्धार्थाय नमः 637. ॐ अहँ धर्ममूर्तिश्चिदानंदाय नमः 638. ॐ अहँ चिरंतनाय नमः 639. ॐ अहँ चिंतावर्जिताय नमः 640. ॐ अहँ कर्महाय नमः 641. ॐ अहँ कजनेत्राय नमः 642. ॐ अहँ कृतपुण्याय नमः 643. ॐ अहँ लोकाग्रणये नमः 644. ॐ अहँ कीर्तिमते नमः 645. ॐ अहँ लोकाग्रगताय नमः 546. ॐ अहँ लोकानंदप्रदाय नमः 547. ॐ अहँ लोकश्रमणाय नमः 548. ॐ अहँ लोकैश्वर्याय नमः 49. ॐ अहँ लोकभद्राय नमः 550. ॐ अहँ लोकपूजिताय नमः 551. ॐ अहँ उत्तममध्यानाय नमः 552. ॐ अहँ लोकसेविताय नमः । 553. ॐ अहँ लोकविध्याताय नमः 554. ॐ अहँ मृत्युंजयाय नमः 655. ॐ अहँ लोकबंधवे नमः 656. ॐ अहँ लोकचक्षुषे नमः 557. ॐ अहँ लोकपृष्ठाय नमः 658. ॐ अहँ लोकभिल्लोकाय नमः 659. ॐ अहँ नामदेवाय नमः 660. ॐ अहँ लोकभत्रै नमः 661. ॐ अहँ लोकस्वामिने नमः 662. ॐ अहँ लोकपोषाय नमः 663. ॐ अहँ लोकदर्शिणे नमः 664. ॐ अहँ लोकवंद्याय नमः 665. ॐ अहँ लोकशास्त्रे नमः 666. ॐ अहँ लोकवभिावकाय नमः 667. ॐ अहँ लोकरक्षकाय नमः 668. ॐ अहँ स्थाष्णवे नमः 669. ॐ अहँ लोकपालकाय नमः 670. ॐ अहँ जैश्वर्य शोभिताय नमः 671. ॐ अहँ श्रीकंठाय नमः 672. ॐ अहँ अमृतात्मने नमः 673. ॐ अहँ ईशानाय नमः 674. ॐ अहँ जैश्वर्यकारकाय नमः 675. ॐ अहँ लोकधारकाय नमः 676. ॐ अहँ नरध्येयाय नमः 677. ॐ अहँ नरेशित्रे नमः . 678. ॐ अहँ नराधराय नमः 679. ॐ अहँ नरेश्वराय नमः 680. ॐ अहँ नरख्याताय नमः 681. ॐ अहँ लोकवत्सलाय नमः 682. ॐ अहँ नरज्यायसे नमः 683. ॐ अहँ मितंपचाय नमः 684. ॐ अर्हं गतालोकाय नमः 685. ॐ अहँ लोकभास्कराय नमः 686. ॐ अहँ नरज्येष्ठाय नमः 687. ॐ अहँ नरोत्तमाय नमः 688. ॐ अहँ नरव्याधिहंत्रे नमः 689. ॐ अहँ सुभेद्याय नमः 690. ॐ अहँ गतग्लानाय नमः 691. ॐ अहँ दरोजिगताय नमः 692. ॐ अहँ वंद्याय नमः 693. ॐ अहँ गीर्वाण सेविताय नमः 694. ॐ अहँ गतसंसाराय नमः 695. ॐ अहँ पुरस्सराय नमः 696. ॐ अहँ विनिर्मुक्ताय नमः

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