Book Title: Niyamsara Part 02
Author(s): Kamalchand Sogani, Shakuntala Jain
Publisher: Apbhramsa Sahitya Academy

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Page 176
________________ विशेषण-कोश गा.सं. अर्थ अंतरंग 150 शब्द अंतर अक्खय अगुत्ति अक्षय 177 88 मन-वचन-काय का असंयम 178 177 89, 129, 181 अचल अच्छेय अट्ट अणागय अणालंब अणिंदिय अणुमंतु 95 अचल अखण्डित आर्तध्यान आगे आनेवाला अनालंब अतीन्द्रिय अनुमोदना करनेवाला अनेक अनुपम अप्रमत्त अबंधक अभक्ति 178 167, 178 77, 78, 79,80, 81. अणेय 117 178 158 अणोवम अपमत्त अबंधग अभत्ति 172 186 167, 182 अमुत्त अमूर्त अवस 142 अवश अविनाशी अनन्त सुखस्वरूप अविणास अव्याबाह असहाय 177 178 असहाय 136 नियमसार (खण्ड-2) (169)

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