Book Title: Nishith Sutram
Author(s): Ghasilal Maharaj
Publisher: A B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti

View full book text
Previous | Next

Page 513
________________ बिपद्धजीयनमेगमी गपारपहमि पायं अभिडं बाहट्ट दिज्जमाणं मिडिगानं ना माजा ॥८॥ भिमाम प्रपन्नं चयः वयं वा माजा ॥९॥ म धाम्मम्ममा वयः वयंन चा मारग्जड ॥ १०॥ भिनन्गिगम्ग ना गारन्धियम्स या पाए आमज्जेज्ज वा पमज्जेज या आमनागापमान या माजा ॥ ११ ॥ गायगामी यम्यो पयरं अणन्धियम्स वा गारत्थियस्स वा अभिलायो Bf मामा जपणे निरस वारलियन्स का सीसवारियो ने या मारजा ॥१२-६३।। या वीराने बोटानं वा साइजह ॥ मिल परं बहायर नीहानं या माइस्जद ॥६५|| *नि अपाणं विम्हावर बिम्हावेत या मारज्जड ॥६६॥ मिर पर विहार विहानं या माउन ॥६७|| मिला पाणं निपग्गिाम: विपरियामंतं वा साइजह ॥६६॥ मिण र विपरियागंट विपरियागत या माउज्जड ॥६॥ 'मा मुख्य का कोनं वा माइजा ॥७॥ मि गाजविरामि मनो गमण सज्जो आगमणं मन्नो गमणा सा माना ||१| दिगोगाम्म भय अगर वयं वा साइजः ॥७२॥ मोपणमा नरः अयंत वा साजा ॥७३॥ im दिया गया पाया पाश्म या माटम या पटिग्गाहेत्ता दिया EिRE IS मा माग कामाम या माध्म वा पटिग्गाहेला रनि भुजर for : RE या ना मारम चा माइमं चा पटिग्गाडेगा दिया tir TIERSE11 Trim का गाम का परिणामा नि झुंजर

Loading...

Page Navigation
1 ... 511 512 513 514 515 516 517 518 519 520 521 522 523 524 525 526 527 528 529 530 531 532 533 534 535 536 537 538 539 540 541