Book Title: Mahavir Jivan Prabha
Author(s): Anandsagar
Publisher: Anandsagar Gyanbhandar

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Page 9
________________ * विषय दर्शक * नम्बर. विषय. (प्रवास क्रम) इन्द्र की प्रार्थना अस्वीकार प्रथम पारणा अमिग्रह विविध उपसर्ग सामुद्रिक पण्डित का प्रसङ्ग गौशालक का संयोग तपधरण विलक्षण अभिग्रह रहन-सहन छयस्थ कालीन चतुर्मास ® प्रकरण पाँचवाँ [कैवल्य] समवसरण की रचना प्रथम देशना सुन्दर प्रसङ्ग १०५ १०७ १०८ Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com

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