Book Title: Lokprakash Part_1
Author(s): Vinayvijay
Publisher: Devchand Lalbhai Pustakoddhar Fund

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Page 7
________________ नि.सा.प्रे. मुंबई ) गाथा १८४ प. ११४ दिगम्बरखण्डन ५ अध्यात्ममतप- (हीरसूरि०विजयसेनरीक्षा (पृथग् विजयदेव० बिजयसिंह काले (कल्याण. लाभ. जीत० नयविजयशिष्यः) श्रीयशोविजयमहोपाध्यायः ६ पोडशकं (पृथक्-मूल) श्रीहरिभद्रसूरिः यशोभद्रः श्रीयशो विजयमहोपाध्यायश्च नि-सा.प्रे. मुंबई १९११ मू. २५७ प. १०६ प्र. ५०० धर्मपरीक्षा वगेरे GOGOROSABETH ॥) मू. १२१६ प.६०० ७ कल्पसूत्रवृत्तिः भद्रबाहुसुबोधिका भाचार्याः विनयविजय- उपाध्यायः (हीरसूरि, विजयसेन, विजयतिलक, विजयानन्दकाले) १६९१ जैनप्रेस सुरत. १९११ जिनचरित्र, स्थबिरावली, सामाचारी ८ वन्दारुवृत्तिः गणधरः (श्रावकानुष्ठानविधिः) श्रावक के छ आवश्यक श्रीदेवेन्द्रनि . (तपा० श्रीजगचन्द्रशिष्यः) नि.सा.प्रे. मुंबई १९१२ टी.२७२० प. ९६ प्र. ५०० Jain Education (Manational For Private & Personal Use Only Mow.jainelibrary.org

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