Book Title: Kural Kavya Author(s): G R Jain Publisher: Vitrag Vani Trust Registered Tikamgadh MP View full book textPage 6
________________ - कुबल काव्य पर अनुक्रमणिका क्रम . विषय 166 TRA 170 116 122.. 178 1. ईश्वर स्तुति (दोहा) 2. मेघ महिमा 3. मुनि महिमा 4. धर्म महिमा 5. गृहस्थाश्रम 6. सहधर्मिणी 7. सन्तान 8. प्रेम 9. अतिथि सत्कार 10. मधुर भाषण 11. कृतज्ञता 12. न्याय शीलता 13. संयम 14. सदाचार 15. परस्त्री त्याग 16. क्षमा 17. ईर्ष्या त्याग 18. निर्लोभिता 19. चुगली से घृणा 20. व्यर्थ भाषण 21. पापकर्मों से मय 22. परोपकार 23. दान 24. कीर्ति 25. दया 26. निरामिश भोजन | 27 तप पृ.सं. क्रम विषय 110 28. धूर्तता 112 29. निष्कपट व्यवहार 114 30. सत्यता 31. क्रोध त्याग 118 32. उपद्रव त्याग 172 122 33. अहिंसा 174 34. संसार की अनित्यता ॥ 176 12435. त्याग 1265. सत्य का अनुमव 180 128 37. कामना का दमन 182 130 36. भवितव्यता 184 132 39. राजा 186 134 40. शिक्षा 188 136 41. शिक्षा की उपेक्षा 190 138 42. बुद्धिमानों के उपदेश 192 140 43. बुद्धि 142 44. दोषों को दूर करना 198 144 45. योग्य पुरुषोंकी मित्रता 198 146 46. कुसंग से दूर रहना 200 148 47. विचारपूर्वक काम करना 202 150 48. शक्ति का विचार 204 15249. अवसर की परख । 206 154 50. स्थान का विचार 208 156 51. विश्वस्त पुरुषों की.... 210 158 52. पुरुष परीक्षा और..... 212 53 बन्धुता 214 162 54. निश्चिन्तता से बचाव 216 194 16000Page Navigation
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