Book Title: Kumarvihar Shatak Author(s): Ramchandra Gani Publisher: Jain Atmanand Sabha View full book textPage 2
________________ Park S D - - RE-35 - अने. - श्री रामचंद्रगणी विरचित. श्री कुमार विहार शतक. मुनिराजश्री हंसविजयजी महाराजनी प्रेरणाथी श्री कच्छ मामवीना श्री संघनी, तेमज अमदावाद पांजरापोलना जपाश्रयना वहिवटकर्ता हस्तक उपजेन झानखातानी द्रव्य सहायथी, उपावी प्रसिफ करनार. श्री जैन आत्मानंद सभा. वीर संवत् २५३६. आत्म संवत् १४ विक्रम संवत् १९६६. - -- -- - ge-e- --- - जावनगर, श्रीआनंद प्रीन्टींग प्रेस-जावनगर, EPIt-attacan280 Mesetan31280 mmumra - RatPage Navigation
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