Book Title: Kumarpal Charitra Sangraha Author(s): Muktiprabhsuri Publisher: Singhi Jain Shastra Shikshapith View full book textPage 6
________________ भिन्नभिन्न-विद्वत्कर्तृक परमार्हतबिरुदालङ्कृत-गूर्जरचौलुक्यचक्रवर्ति - नृपति कुमारपाल चरित्रसंग्रह सङ्ग्राहक एवं संपादक आचार्य, जिनविजय मुनि ऑनररी मेंबर अमेगबोरिएपल सोसाईटी, जर्मनी; भाण्डारकर भोरिएण्टल रिसर्च इस्टीब्यूट पूना, (दक्षिण), गुजरात साहित्यसमा, महमदाबाद (गुजरात); विधेयरामन्द वैविक शोध प्रतिष्ठान, होसियारपुर, (पजाब) ऑनररी डायरेक्टर राजस्थान ओरिएण्टल रिसर्च इन्स्टीबूट, जयपुर (राजस्थान) निवृत्त सम्मान्य नियामक भारतीय विद्या भवन, बम्बई प्रकाशनकर्ता-अधिष्ठाता सिंघी जैन शास्त्र शिक्षापीठ भारतीय विद्या भवन, बम्बई प्रथमावृत्ति [लिखाद 1950 प्रन्यांक 1] सर्वाधिकार सुरक्षितPage Navigation
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