Book Title: Kumarpal Charitra Sangraha Author(s): Muktiprabhsuri Publisher: Singhi Jain Shastra Shikshapith View full book textPage 9
________________ विषयानुक्रम 83 किञ्चित् प्रास्ताविक प्रथम निबन्ध-राजर्षि कुमारपाल और महर्षि हेमचन्द्राचार्य 7-18 द्वितीय निबन्ध-राजर्षि कुमारपाल 19-36 1 अज्ञातकर्तृक पुरातन संक्षिप्त कुमारपालदेव चरित मूलादर्शलिखिताः परिशिष्टरूपाः कतिश्लोकाः 8 2 सोमतिलकसूरिविरचितं कुमारपालदेवचरितम् 9-33 कुमारपालगुणोत्कीर्तनश्लोकाः 3 पुरातनाचार्यसंगृहीत गद्य-पद्यमय कुमारपाल प्रबोधप्रबन्ध 35-111 ग्रन्थलेखनप्रशस्ति 112 4 चतुरसीतिप्रबन्धान्तर्गत कुमारपालदेवप्रबन्ध 112, 1-21 अजयपालप्रबन्ध 112, 22-24 5 सोमप्रभाचार्यकृत कुमारपालप्रबोध उद्धृत ऐतिहासिक सारात्मक संक्षेप 113-136. प्रथमप्रस्ताव 113-120 द्वितीय प्रस्ताव 121-125 तृतीय प्रस्ताव 125-128 चतुर्थ प्रस्ताव 129-131 पञ्चम प्रस्ताव 132-136 6 हेमचन्द्राचार्यकृत त्रिषष्ठिशलाकापुरुषचरित्रप्रथित कुमारपालचरितवर्णन 137-38 7 हेमचन्द्राचार्यकृत त्रिषष्टिशलाकापुरुषचरित्रप्रशस्ति 139-40 परिशिष्ट (1) कुमारपालचरित्रसंग्रहान्तर्गत उद्धरणरूपपद्यानामकाराद्यनुक्रमणिका 143-150 (2) कुमारपालचरित्रसंग्रहान्तर्गत विशेषनाम्नामकाराद्यनुक्रमणिका 151-160 (3) शुद्धिवृद्धिनिदर्शकपत्राणि 161-172Page Navigation
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